लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुल हक  मलिक ने आज एक बयान में कहा कि अगर मुस्लिम समुदायों के ठेकेदार अपनी ठेकेदारी को लेकर आपस में लड़ते रहेंगे तो जलद ही पिछड़े मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का गठन शीघ्र ही अच्छे और ईमानदार उलमा के नेतृत्व में किया जाएगा। इस संबंध में देश के कई राज्यों के बड़े.बड़े उलमा  से संपर्क किया जा रहा है। मालिक  ने यह भी कहा कि देश में 98 प्रतिशत पिछड़ा मुसलमान है  जो वर्षों से 2 प्रतिशत उच्च जातियों  के मुसलमान द्वारा शोषण का शिकार है। वह उन्हें फिरकों  में बांटे हुए हैं  ण्कहीं देवबंदी बरेलवी के नाम पर लड़ाया जा रहा है तो कहीं पर्सनल लॉ को लेकर फतवे जारी किए जाते हैं और यह सब कुछ अपने निजी स्वार्थ के लिए कर रहे हैं। जो बहुत ही घिनोनी  हरकत है । मालिक  ने यह भी कहा कि जिस तरह से देश के ब्राह्मणों ने छल कपट से  देश के 90 प्रतिशत लोगों को गुलाम बना  रखा है उसी तरह से यह धर्म के ठेकेदार पिछड़े मुसलमानों को फिरका बंदी और मसलक  के नाम पर ठग रहे हैं और उनके विकास में बाधा बन रहे हैं ।

मलिक ने यह भी बताया कि इस्लाम ने सबको बराबरी का दर्जा दिया है लेकिन भारत में कुछ उच्च जाति के मुस्लिम पिछड़े मुसलमानों का हर स्तर पर शोषण कर रहे हैं मलिक ने यह भी कहा कि अब यह पिछड़े मुस्लिम अब उच्च ज़ातयों के हिसार में नहीं रहेंगे बल्कि अब वह अपना रास्ता खुद ही तय  करेंगे।