लखनऊ: योग दिवस पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और समाजवादी पार्टी के नेताओं में छिड़ी जंग पर कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि आजम खान और लक्ष्मीकान्त बाजपेयी दोनों  ही योग जैसे पवित्र व्यायाम को साम्प्रदायिक रंग देने में जुटे हुए हैं। सच्चाई तो यह है कि योग का इन दोनों नेताओं से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है।

प्रवक्ता ने मोहम्मद आजम खान के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि किसी छद्म योगी से बू आने की बात कहने पर तो कोई आपत्ति नहीं करेगा लेकिन किसी सच्चे योगी से बू आने का सवाल ही नहीं उठता है। आखिर श्री खान किस प्रकार के योगी से बू आने की बात कह रहे हैं इसे उन्हें सार्वजनिक करना चाहिए।

श्री राजपूत ने इसके साथ ही श्री लक्ष्मीकान्त बाजपेयी के उस बयान पर जिसमें उन्होने कहा था कि ‘‘उन्हें मौलवी और मौलानाओं से बू आती है और उसके बाद उन्होने  कहा कि उन्हें आजम खान से बू आती है।’’ पर श्री बाजपेयी का मंतव्य स्पष्ट करने की मांग की है। क्या श्री बाजपेयी पूरे प्रदेश को साम्प्रदायिक विभाजन की ओर ले जाना चाहते हैं। क्या भारतीय जनता पार्टी के समस्त नेताओं  को मौलवी और मौलानाओं से बू आती है ऐसे में  उनके सबका साथ और सबका विकास के नारे का क्या होगा।

प्रवक्ता ने कहा कि सर्वधर्म समभाव को अपनाये बिना न प्रदेश  का विकास संभव है और न ही स्वस्थ राजनीति। कंाग्रेस पार्टी हिन्दू-मुसलमान का फर्क किये बगैर इन कट्टरवादी साम्प्रदायिक शक्तियों के विरूद्ध संघर्ष करती रहेगी।