लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा अखिलेश सरकार में खनन् का अवैध कारोबार सत्ता संरक्षण में फल-फूल रहा है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा नदी  की धारा को मोड कर अवैध खनन् को अंजाम देते खनन मफिया अपने राजनैतिक आकाओं के भरोसे बेखौफ है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फतेहपुर में कमीश्नर से लेकर कई जिलाधिकारी सहित  अन्य अधिकारियों पर इसी प्रकार के प्रकरण पर  कार्रवाई भी की उसके बाद भी सोनभद्र में सोन नदी की धारा मोड़ खनन का कारोबार जारी है, सवाल उठता है कि क्या फतेहपुर में की गयी कार्रवाई दिखावटी थी, या फिर खनन माफिया मुख्यमंत्री के इकबाल को चुनौती दे रहे है।

सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर राज्य में वे खौफ हो रहे खनन माफियाओं एवं बढते अवैध खनन् कारोबार पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा अभी कुछ दिन  पहले फतेहपुर में यमुना की धारा मोड़ते हुए पुल बनाकर अवैध खनन् को सत्ता संरक्षण में अंजाम दिया जा रहा था जब मामला सुर्खियों में आया तो पहले तो खनन् मंत्री फतेहपुर में हो रहे अवैध खनन का जायज बताने में जुटे रहे। उसे जायज बता तर्क गढने शुरू किये, किन्तु जब मामला बढने लगा तो मुख्यमंत्री ने मण्डलायुक्त को निलम्बित कर संदेश देने की दिखावटी कोशिश की कि सरकार इसके खिलाफ है और हम कार्रवाई कर रहे है। इस निलंम्बन पर जब सवाल उठते तो सरकार ने बाद में जिलाधिकारी सहित अन्य पर भी कार्यवाही कर चेहरा छुपाने की कोशिश की। 

उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इकबाल को चुनौती देते सक्रिय खनन् माफिया यह जताने में संकोच नहीं कर रहे है कि वे मुख्यमंत्री के दिखावटी कार्यवाही से तनिक भी भयभीत नहीं है। अपनी कारगुजारियों को अंजाम तक पहुॅचाते खनन कारोबारियों ने एक बार फिर सोनभद्र के सोन नदी को बांध कर दो अवैध पुल बना डाले, जिससे नदी की धारा की दिशा ही बदल गयी। जिस कारण किसानों की उपजाऊ भूमि भी बर्बाद हो रही है। ट्रकों को सोन नदी पार कराने के लिए दो स्थानो पर अस्थाई पुल का निर्माण करा दिया गया। करगरा-मीतापुरगांव की सीमा पर अस्थाई पुल बनाने के लिए पहले नदी पर बोल्डर डाला गया, फिर हुयूम पाइप डाल बालू की बोरियां लगादी गयी ताकि ट्रको का आवागमन हो सके। लाचार किसान कई बार जिला प्रशासन से शिकायत कर चुके है, किन्तु खनन् कारोबारियों के आगे नतमस्तक प्रशासन मौन है। 

श्री पाठक ने कहा कि खनन् करोबारियों को संरक्षण दे उनके कारोबार को बढाने में जुटी अखिलेश सरकार सामान्य नियमों का भी पालन नहीं कर रही है। आखिर नदी की धारा मोड़  खनन् के कारोबार को अंजाम दिया जा रहा हैं तो एक दिन में यह तो संभव नहीं है, फिर जब एक ही तरह के प्रकरण पर मुख्यमंत्री निलंम्ब तक ही कार्यवाही को अंजाम दे चके है भले ही वह दिखावे  की हो तो सोनभद्र के मामलो पर सरकार मौन क्यों।