लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि किसी भी प्रदेश एवं देश के विकास में सड़को एवं सेतुओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ तकनीकि में भी बदलावा आये है। टेक्नोलाॅजी में दिन-प्रतिदिन  नये-नये बदलाव आने की वजह से निर्माण में भी तेजी आई है तथा समय की भी बचत हो रही है। श्री यादव ने कहा कि सेतु निगम ने भी बहुत तेजी से सैकड़ो पुलो का निर्माण कराया है। परन्तु ये पर्याप्त है अभी इसमे और तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे प्रदेश एवं देश में बहुत से सेतुओं एवं सड़कों के निर्माण की आवश्यकता है जिससे कि जनता को आवागमन के साथ ही समय एवं दूरी की भी बचत हो सके।  श्री यादव ने कहा कि सेतुओं एवं सड़कों के निर्माण से ही   देश एवं प्रदेश का विकास सम्भव है। उन्होंने कहा कि समय के अनुसार हमे आधुनिक टेक्नोलाॅजी के प्रयोग पर जोर देना चाहिए ताकि समय एवं पैसे की बचत की जा सके।

लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव आज लोक निर्माण  विभाग के विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह में इण्टर नेशनल एसोशिएशन फार ब्रिज एण्ड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग द्वारा Project Preparation and Repair/Rehabilitation of Bridge and flyover  पर आयोजित वर्कशाॅप के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सड़कों, सेतुओं एवं फ्लाइओवर के अभाव मे पहले की जनता देश के अन्य जगहों से अनजान रहती थी तथा बहुत से लोग तो अपने जिले के मुख्यालय को भी अपने पूरे जीवन मे नही देख पाते थे। उन्होंने कहा कि सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग ने इस क्षेत्र में बहुत से काम किये है परन्तु इस क्षेत्र में अभी और अधिक काम की आवश्यकता है। श्री यादव ने कहा कि सेतु निगम के बनाये हुए बहुत से पुल एवं फ्लाईओवर आज भी अच्छा काम कर रहे है। श्री यादव ने कहा कि इस प्रकार के सेमीनार के आयोजन से बहुत से फायदे होते है तथा विशेषज्ञों द्वारा नई-नई तकनीकि के बारे में विचार विमर्श किया जाता है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है। विशेषज्ञों द्वारा विचार एवं मंथन का अच्छा परिणाम मिलेगा तथा बहुत कम समय मे कम कीमत पर सेतुओं एवं पुलों और सड़कों के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। मै सेमीनार  के सफल आयोजन की कामना करता हूॅ। वर्कशाप को लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह पटेल, प्रमुख सचिव किशन सिंह अटोरिया , प्रमुख अभियन्ता (विकास) एवं विभागाध्यक्ष  ऐ.के. गुप्ता, एम.डी. सेतु निगम, चेयरमैन आई.ए.एस.बी.ई. डी.ओ. तावड़े, सेक्रेट्री आई.ए.एस.बी.ई. आर.केे. पाण्डेय एवं चेयरमैन साइन्टिफिक कमेटी ए.के.  बैनर्जी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।