लखनऊ। “उ0प्र0 सरकार घोटालों की सरकार है” यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि शाहजहांपुर में पत्रकार की हुयी निर्मम हत्या से साबित हो गया है कि उ0प्र0 में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले अब सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा जिस तरह से एक मंत्री की सह पर स्थानीय प्रशासन ने एक पत्रकार की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को दबाने की कोशिश की वह लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर प्रत्यक्ष हमला है।

चौहान ने कहा कि जिस तरह से यादव सिंह प्रकरण, बीज घोटाला, शौचालय घोटाला, चेकडेम घोटाला, मनरेगा घोटाला, लैकपैड घोटाला, खाद्यान्न घोटाला और अब सपा नेता शैलेन्द्र अग्रवाल से मिलकर तत्कालीन दो डी0जी0पी0 द्वारा दरोगाओं की ट्रान्सफर, पोस्टिंग और तरक्की करने में 300 करोड़ का घोटाला प्रकाश में आया है जिससे प्रदेश  सरकार के काले कारनामों की हकीकत सामने आयी है। उन्होंने पूर्व डी0जी0पी0 के ऐसे कार्यो को घोर निंदनीय व शर्मनाक बताते हुये कहा कि रिटायर्ड अफसरों द्वारा सपा नेता की मिलीभगत से एस0एम0एस0 के माध्यम से ट्रान्सफर पोस्टिंग का काला धंधा करके काली कमाई की गयी है जोकि पुलिस प्रषासन की ख्याति पर ग्रहण जैसा है। प्रदेष में भ्रष्टाचारी राज कर रहे जिससे प्रदेश का भविष्य संकट में है। एस0आई0टी0 द्वारा मा0 उच्चतम न्यायालय में हलफनामा देकर यादव सिंह जैसे भ्रष्टतम अधिकारी को प्रदेश सरकार का संरक्षण प्राप्त होने का दावा करने तथा लोकायुक्त द्वारा राज्यपाल को यह रिपोर्ट सौंपना कि प्रदेश  सरकार की प्राथमिकता में प्रदेश  को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना नहीं है और लोकायुक्त द्वारा 36 मामलों पर कार्यवाही की संस्तुति से साफ जाहिर है प्रदेश  सरकार अपनी काले कारनामों और गलत नीतियों के कारण भ्रष्टाचार में चौतरफा घिर चुकी है।

चौहान ने मांग करते हुये कहा कि शाहजहांपुर में मृतक पत्रकार के परिजनों को 50 लाख रूपये मुआवजा तथा पूरे मामले की सी0बी0आई0 जांच करायी जाय।