लखनऊ: मंत्रिपरिषद ने वर्ष 2015 में मेधावी छात्राओं के लिए संशोधित कन्या विद्या धन योजना संचालित करने का निर्णय लिया है। योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0, सी0बी0एस0ई0 एवं आई0सी0एस0ई0 बोर्ड से इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण छात्राओं को प्राप्तांकों के अवरोही क्रम में मेरिट के अनुसार 30 हजार रुपए की धनराशि प्रदान कर लाभान्वित किया जाएगा। योजना के अन्तर्गत प्राविधानित धनराशि के सापेक्ष कुल 99 हजार मेधावी छात्राओं को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य है, जिसमें से 20 प्रतिशत अल्पसंख्यक तथा 21 प्रतिशत अनुसूचित जाति/जनजाति की छात्राएं होंगी। योजना के संचालन हेतु वित्तीय वर्ष 2015-16 में कुल 300 करोड़ रुपए का बजट प्राविधानित है। जनपदवार लाभार्थी छात्राओं का लक्ष्य इण्टरमीडिएट परीक्षा वर्ष 2015 के परीक्षा फल के आधार पर समानुपातिक रूप से तैयार किया जाएगा।

योजना के अन्तर्गत प्राविधानित धनराशि का 75 प्रतिशत उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा परिषद से इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण मेधावी छात्राओं को तथा 25 प्रतिशत सी0बी0एस0ई0 एवं आई0सी0एस0ई0 बोर्ड से वर्ष 2015 में उत्तीर्ण मेधावी छात्राओं को प्रदान की जाएगी। इस 25 प्रतिशत धनराशि में से 75 प्रतिशत धनराशि सी0बी0एस0ई0 बोर्ड की मेधावी छात्राओं को तथा 25 प्रतिशत आई0सी0एस0ई0 बोर्ड की मेधावी छात्राओं को दी जाएगी। इस प्रकार योजना के तहत 99 हजार छात्राओं के कुल लक्ष्य के सापेक्ष 25 प्रतिशत सी0बी0एस0ई0/आई0सी0एस0ई0 बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण मेधावी छात्राओं के लिए आरक्षित है। इस अधिकतम लक्ष्य 25 प्रतिशत के सापेक्ष छात्राएं उपलब्ध न होने की स्थिति में शेष छात्राओं को उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा परिषद से इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण छात्राओं को लाभान्वित किया जाएगा।