लंदन: ब्रिटेन में सबसे लंबे समय से सांसद रहे भारतीय मूल के नेताओं मे से एक कीथ वैज को देश के संसदीय वाचडॉग की जांच का सामना करना पड़ सकता है। आईपीएल के विवादास्पद पूर्व आयुक्त ललित मोदी की आव्रजन याचिका में हस्तक्षेप करके हितों के टकराव के आरोप में यह जांच हो सकती है।

‘संडे टाइम्स’ के मुताबिक वैज ने निजी तौर पर ब्रिटेन की वीजा और आव्रजन महानिदेशक सारा रैपसन को चिट्ठी लिखी, जो लंदन में रह रहे मोदी के मामले में तेजी लाने की कोशिश थी। समाचार पत्र ने कहा कि वैज उस समय हाउस ऑफ कामंस की प्रभावशाली ‘होम अफेयर्स सिलेक्ट कमिटी’ के अध्यक्ष थे और उनकी भूमिका रैपसन और उनके विभाग के काम की समीक्षा करना था।

वैज ने हालांकि किसी तरह के गलत कार्य या हितों में टकराव से इनकार किया है और कहा कि उन्होंने मोदी के मामले को उनकी मदद मांगने वाले अन्य लोगों के मामले की तरह ही लिया।

कंजर्वेटिव सांसद एंड्रयू ब्रिडगेन ने अब ब्रिटेन की संसदीय मानक आयुक्त कैथरीन हडसन को चिट्ठी लिखकर उनसे यह जांच करने की अपील की है कि वैज ने सांसद की आचार संहिता तोड़ी है या नहीं।