लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने पीसीएस (प्री0) 2015 के रिजल्ट को जल्द जारी करने पर सवाल उठाये है। पार्टी प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने प्रदेश के लोक सेवा आयोग पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने पूछा कि पीसीएस-2014 का परिणाम अभी घोषित नहीं है जबकि पीसीएस (प्री0) 2015 का परिणाम इतनी जल्दी में जारी क्यों किया गया ? पीसीएस (प्री0) 2015 का पर्चा लीक होने पर भी आयोग पर सवाल उठे थे। इस परीक्षा का विवाद न्यायालय में है। पीसीएस-2015 के लिए आयोग इतनी जल्दबाजी में क्यों है ? जबकि इसी लोक सेवा आयोग द्वारा अभी कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम घोषित नहीं हुए।

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि जब से डा0 अनिल यादव लोक सेवा आयोग के चैयरमैन बने है तबसे आयोग लगातार आरोपों के घेरे में है। लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। प्रतियोगी छात्रों का विश्वास आयोग की परीक्षा प्रणाली पर बिल्कुल नहीं है। पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है तथा आयोग भ्रष्टाचार के आरोप में आकंठ डूबा हैं।

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सिलसिले वार बताया कि प्रदेश के लोक सेवा आयोग द्वारा समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी 2013, पीसीएस 2015को मुख्य परीक्षा, लोअर सब अर्डिनेट-2013, 2014 सहित तमाम परीक्षाओं का रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं किये गये। वर्ष 2015 के पीसीएस भर्ती में ऐसी क्या बात है कि आयोग इतनी तत्परता से परिणाम घोषित कर रहा है ? जबकि यही तत्परता अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम जारी करने पर नहीं दिखाई पड़ रही है। आखिर अन्य भर्तियो के रिजल्ट में देरी क्यों ?

डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि सपा सरकार में किसी भी तरह की कोई भर्ती ऐसी नहीं है, जो विवादों में न हो और भ्रष्टाचार के आरोप न लगे हो। प्रदेश की पूरी की पूरी भर्ती प्रक्रिया, जातिवाद, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार से ग्रस्त है। प्रदेश के प्रतियोगी छात्र आक्रोश में है तथा उनका सरकार पर बिल्कुल भरोसा नहीं है।