नई दिल्ली। संदिग्ध एनएससीएन उग्रवादियों ने रविवार को अरूणाचल प्रदेश के तिरप जिले के लाजू इलाके में असम राइफल्स के कैंप पर हमला कर दिया है। इस तीन दिन पहले ही सेना के काफिले पर उग्रवादियों ने मणिपुर के चंदेल इलाके में हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। तिरप के एसपी अजीत कुमार सिंघा ने बताया कि, एनएससीएन ने इंडो-म्यांमार बॉर्डर के पास कैंप पर सुबह तकरीबन 2.30 बजे हमला किया है। हालांकि अभी तक इस हमले में किसी के मारे जाने की कोई बात सामने नहीं आई है।

इससे पहले नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग) ने मणिपुर के चंदेल जिले में गत चार जून को किये गये हमले को केंद्र सरकार के लिये जारी की गयी चेतावनी बताते हुए कहा है कि नागा लोग कहीं भी किसी भी समय हमला करने में सक्षम हैं। एनएससीएन (के) की ओर से कल रात जारी एक बयान में कहा गया कि नागा लोग और एनएससीएन, भारत और म्यांमार द्वारा राज्य के लोगों की सहमति के बगैर जबरदस्ती बनायी गयी सीमा का विरोध करना जारी रखेंगे। संगठन ने कहा कि वह अलग नागा राष्ट्र के लिये किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

गौरतलब है कि उग्रवादियों ने गत चार जून को सेना के एक काफिले को निशाना बनाकर हमला किया था जिसमें सेना की छठी डोगरा रेजिमेंट के 18 सैनिक मारे गए थे और 11 घायल हुए थे। यह हमला पिछले डेढ दशक में सेना पर हुआ सबसे भीषण हमला था। हमले की जिम्मेदारी एनएससीएन (खापलांग), केवाईकेएल और केसीपी ने ली थी।