अमृतसर: ऑपरेशन ब्लूस्टार की 31वीं बरसी के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसी दौरान खालिस्तान के समर्थक और विरोधी गुट आपस में भिड़ गए और लाठियों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया।

पूर्व सांसद ध्यान सिंह मंद के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के समर्थकों ने स्वर्ण मंदिर पर इकट्ठा होकर तलवारें लहराते हुए ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में 25 से अधिक सिख युवकों को हिरासत में लिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पंजाब पुलिस ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की थी। एसजीपीसी टॉस्क फोर्स के साथ पुलिसकर्मियों को सादे लिबास में स्वर्ण मंदिर परिसर में लगाया गया था।

पुलिस ने बताया कि शांति भंग करने के मकसद से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के अकाल तख्त में प्रवेश को रोकने के लिए एसपीजीसी के अधिकारियों ने चारों ओर भारी घेराबंदी की थी।

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान बीमारी की वजह से अकाल तख्त नहीं आए थे।

इस मौके पर, मृत आतंकवादी नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाले के परिवार के लोगों को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की ओर से सम्मानित किया गया। वहीं कट्टरपंथी दल खालसा ने इस अवसर पर बंद का आह्वान किया है।