निगमीकरण हुआ तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे डाक कर्मी

लखनऊ: पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रह्मण्यम की अध्यक्षा में डाक सेवाओं में सुधार के लिए गठित टास्क फोर्स की सिफारिशों को खारिज करते हुए देश भर के डाक कर्मियों ने ऐसी किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध करने की चेतावनी दी है।

राजधानी लखनऊ में  अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ, तृतीय श्रेणी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन खुले सत्र में अपनी बात रखते हुए कर्मचारी नेताओं ने कहा कि डाक विभाग को निगमों में विभाजित करने के प्रयास किए गए तो देश भर के डाक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।

नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल इंप्लाईज (एनएफपीई) से संबद्ध, डाक कर्मचारियों के सबसे बड़े संगठन के इस अधिवेशन में देश भर से आए 2600 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। खुले सत्र के दौरान बोलते हुए केंद्रीय कर्मचारियों व श्रमिकों के परिसंघ (सीसीजीईडब्लू) के अध्यक्ष केकेएन कुट्टी ने कहा कि पुर्नगठन के नाम पर पिछले दरवाजे से डाक सेवाओं के निजीकरण की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले डाक सेवाओं को बेहतर और आधुनिक बनाने के नाम पर सरकारी नियंत्रण वाली कंपनी बनाने का प्रस्ताव है बाद में उसका विनिवेश कर निजीकरण करने का प्रयास होगा।

नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल इंप्लाईज (एनएफपीई) के महासचिव आरएन पराशर ने कहा कि टास्क फोर्स ने डाक विभाग को छह निगमों में विभाजित करने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि डाक कर्मचारी निगमीकरण की किसी भी साजिश के खिलाफ हैं। पराशर ने कहा कि डाक विभाग को भारत सरकार के ही आधीन रखा जाए।

सीसीजीईडब्लू  के महासचिव एम कृष्णन ने अपने संबोंधन में डाक कर्मचारियों की एक जनवरी 2014 से से मंहगाई भत्ते का मूल वेतन में विलय,  सभी डाक

कर्मचारियों को अंतरिम राहत प्रदान करने, ग्रामीण डाक सेवकों को सातवें वेतन आयोग की परिधि में लाकर उनका वेतन निर्धारण करने, नयी पेंशन योजना

समाप्त कर सभी कर्मचारियों हेतु पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने जैसी मांगे को अविलंब न पूरा किए जाने की दशा में संघर्ष छेडऩे का ऐलान किया।

अधिवेशन की स्वागत समिति के महासचिव वीरेंद्र तिवारी ने बताया कि केंद्र सरकार की कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों व सातवें वेतन आयोग में उनकी

मांगों को न शामिल किए जाने के विरोध में केंद्रीय कर्मचारी 2 सितंबर व 23 नवंबर को हड़ताल पर रहेंगे। तिवारी ने बताया कि देश भर के डाक कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल रहेंगे।