नई दिल्ली। यूजीसी के चेयरमैन वेद प्रकाश को मानव संसाधन और विकास मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) की आलोचना पर कड़ी फटकार लगाई गई है। वेदप्रकाश ने 26 मई को संसद की स्टैंडिंग कमेटी के सामने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की आलोचना की थी।

सूत्रों के मुताबिक इसके एक दिन बाद तत्कालीन शिक्षा सचिव एसएल मोहंती ने वेद प्रकाश को पत्र भेजकर उन्हें नसीहत दी। इसमें कहा गया कि सरकार की नीतियों का एक सुर में समर्थन किया जाता है, न कि उनका विरोध। पत्र में वेद प्रकाश को याद दिलाया गया कि ऐसी बैठकों में एक तय परंपरा का पालन किया जाता है और भविष्य की बैठकों में भी याद रखा जाए।

मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि सरकारी नीति की आलोचना के कारण कई सीनियर अधिकारी वेद प्रकाश से नाराज हो गए हैं। ये चाहते हैं कि ऐसा दोबारा न हो। सूत्रों का ये भी कहना है कि मंत्रालय की ओर से वेद प्रकाश को कहा गया है कि आगे से सरकारी योजनाओं पर कुछ भी बोलने से पहले इसकी इजाजत ले लें।

क्या था मामला

बताया जाता है कि वेद प्रकाश ने स्टैंडिंग कमेटी के सामने यूनिवर्सिटीज को फंडिंग की आलोचना की थी। वेदप्रकाश ने कहा था कि कार्यक्रम की राशि सीधे राज्य सरकार के शिक्षण संस्थानों तक नहीं पहुंच रही है, बल्कि दलालों के हाथों से होकर जा रही है। वेद प्रकाश ने कहा था कि रूसा के स्टेट यूनिवर्सिटीज को फंड देने और व्यवस्थागत सुधारों को देखने के काम से यूजीसी की अवहेलना हो रही है।