नई दिल्ली। बीजेपी के दिग्गज नेता और कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी ने नमामि गंगे मिशन के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया है। पर्यावरण दिवस पर मीडिया से बात करते हुए जोशी ने कहा कि जिस तरीके से गंगा को टुकड़ों में साफ किया जा रहा है उस तरह से गंगा पचास साल तक साफ नहीं हो सकती।

जोशी ने अपने ही मंत्रियों की वैज्ञानिक समझ पर भी सवाल खड़ा किया। जोशी ने कहा कि सभी लोग गंगा को साफ करने की बात तो करते हैं, लेकिन कोई भी कावेरी और सिंधु नदी के बारे में कुछ नहीं सोचता।

जोशी ने केंद्रीय परिवहन मंत्री का नाम लिए बिना उन पर भी निशाना साधा। गंगा में जहाज चलाने के परिवहन मंत्रालय के प्रोजेक्ट पर जोशी ने कहा, कि कहा जा रहा है कि गंगा में नाव चलाई जाएगी लेकिन सवाल ये है कि ये होगा कैसे।

जोशी ने कहाकि एक हमारे मित्र हैं कह रहे हैं गंगा में जहाज़ चलाएंगे। उनको डायनेमिक पता नहीं हैं। उनको भूगोल और जीव विज्ञान का पता नहीं है। कभी कभी मैं समझता हूं कि मै ही पागल हूं क्या। पागल समझता है कि दुनिया पागल है, अपने को नही समझता।

नौजवान लोगों को सोचना है कि अगर इस रास्ते पर चले तो कभी रोज़ी रोटी नहीं मिलेगी। मिशन हमने भी चलाया था, लेकिन उस समय गंगा की धारा अलग थी, वो प्रवाह अलग था और जब हमें नुकसान का पता चला तो हमने रोक दिया था।