लखनऊ: प्रदेश में चल रही 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में बचे हुए 16 हजार पदों पर जल्द भर्ती पूरी की जाएगी। वहीं, इस माह रिटायर हो रहे शिक्षकों के खाली पदों के मुकाबले भी शिक्षामित्रों को समायोजित किया जाएगा। सोमवार को जिलों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव एचएल गुप्ता ने ये निर्देश दिए।

शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर पारदर्शिता बरतने के निर्देश देते हुए गुप्ता ने कहा कि जून, 2015 में रिटायर हो रहे शिक्षकों के खाली पदों पर समायोजित किए जाने वाले शिक्षामित्रों को नियुक्ति पत्र एक जुलाई को ही दिया जाएगा।

वहीं, प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में सहायक अध्यापकों और प्रधानाचार्यों की प्रोन्नति के बाद खाली हो रहे पदों के मुकाबले भी शिक्षामित्रों को समायोजित किया जाए। अभी तक लगभग 50 हजार शिक्षामित्र समायोजित हो चुके हैं। इस चक्र में 91 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन होना है। 

वीडियो कांफ्रेंसिंग में सामने आया कि कई जिले ऐसे हैं जहां सिर्फ मिड डे मील खाने विद्यार्थी नहीं आ रहे हैं। वहीं, बुंदेलखण्ड जैसे जिले जहां गरीबी ज्यादा है, वहां कुछेक बच्चे आ रहे हैं। लिहाजा, गुप्ता ने एमडीएम बंद करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि जिलाधिकारी को किसी क्षेत्र में लगता है कि एमडीएम परोसना जरूरी है तो वे निर्णय ले सकते हैं। एमडीएम की नियमावली के मुताबिक, सूखाग्रस्त जिलों में गर्मियों की छुट्टी में मिड डे मील परोसने का नियम है। पिछले वर्ष यूपी के 56 जिलों में सूखा पड़ा था। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में नए ब्यौरे के मुताबिक, 56,800 प्रशिक्षु शिक्षक कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। जिलों को निर्देशित किया गया कि जल्द से जल्द रिक्त पड़े 16 हजार पदों पर भर्ती की जाए।