लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में चल रही परीक्षा प्रणाली पर सवालियां निशान लगाते हुए कहा कि पहले पीसीएस प्री. और अब यूपीटीयू के प्रश्नपत्रों के लीक होने के समाचारों ने नौजवानों को निराश किया है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि चाहे प्रतियोगी परीक्षाएं हो अथवा सेवा संवर्ग या फिर सामान्य परीक्षाएं बार-बार लगभग सभी परीक्षाओं में पेपर लीक के प्रकरण सामने आ रहे है। प्रथम दृष्टया आरोपो की जद में आये लोगो पर नरमी और सहानभूति बरतती अखिलेश सरकार के रवैये के कारण इन घटनाओं को अंजाम दे रहे लोग बेखौफ हो रहे है।

सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर राज्य में लगातार हो रहे पेपर लीक के समाचारों पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि यूपीटीयू के फिजिक्स के पेपर के लीक की जानकारी भी शुक्रवार को सोशल मीडिया पर मिली थी। जो जानकारियां परीक्षार्थियों और परिजनों को मिलती है, उन्हें वे साझा भी करना चाहे तो किससे करे उनके सामने सबसे बड़ा संकट होता है। ताजा घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल कम्युनिकेशन का पेपर तो इस बार किसी ने यूपीटीयू के कुलपति को ही सीधे ई-मेल द्वारा परीक्षा शुरू होने से लगभग 4 घंटे पूर्व भेजकर यह बताने की कोशिश की कि परीक्षा का पेपर लीक कर उसे वाट्सएप पर बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों को पहुंचा गया है।

उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के फिजिक्स के पेपर में सेंधमारी हुई थी कई परीक्षार्थियों को परीक्षा के पूर्व देर रात ही वाट्सएप पर बीटेक सेकेण्ड समेस्टर के फिजिक्स के पेपर मिल गये थे। कई छात्रों ने दूसरे दिन परीक्षा देते समय विरोध दर्ज कराया और कहा कि वाट्सएप पर आया पेपर और उन्हे परीक्षा देने के लिए मिला पेपर समान है तो प्रशासन इस बात को मानने तक के लिए राजी नहीं हुआ। अब इस बार जब खुद कुलपति को ई-मेल से पेपर मिला तो उन्हे समझ में आया कि पेपर लीक किये जाने का काम हो रहा है। इसी तरह 25 मई को लखनऊ में हुई सीपीएमटी परीक्षा के दौरान भी दर्जन भर संदिग्ध लोगों को यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था हालाकि यूपी एसटीएफ यह कहकर अपना बचाव कर रही है कि पर्चा आगे तक नहीं जा सका और लीक होने से बच गया। वहीं दूसरी ओर मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए परिणाम का इंतजार कर रहे है परीक्षार्थी दुबारा परीक्षा कराये जाने डर से संशकित है। घटनाएं लगातार हो रही हैं एवं हर बार पहले से बड़ी घटना कर अपराधी सनसनी फैला रहे है। पुलिस और प्रशासन हर बार लकीर पीटती रह जाती है। कार्यवाही के नाम पर कमजोर की गर्दन नाप दी जाती है।

श्री पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पेपर लीक प्रकरण में हस्तक्षेप करने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य में लगातार सक्रिय पेपर साल्वर गिरोह जो सत्ता के संरक्षण में नौजवानों छात्रों के साथ छल और फरेब की साजिश रचते हए पूरी परीक्षा प्रणाली को चुनौती देते हुए उसे कबिजियाने में जुटे है उन पर लगाम लगाये। जहाँ कहीं भी ये घटनाएं प्रकाश में आ रही है उनमें त्वरित समयबद्ध तरीके से कार्यवाही हो। इनकों संरक्षण दे रहे सम्बन्धित विभागीय कर्मचारियों के विरोध कठोर कार्यवाही की जाय। भाजपा प्रवक्ता ने यूपीटीयू परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच उचस्तरीय कमेटी से कराये जाने की मांग की।