देहरादून। स्वराज अभियान के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी में पूर्व आप नेता प्रशांत भूषण के तेवर खासे तल्ख नजर आए। उन्होंने कहा कि आप भी अन्य पार्टियों की तरह बन गई है और लोग अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। आप में अरविंद केजरीवाल को सुप्रीमो के तौर पर प्रमोट करना सबसे बड़ी गलती रही और यही कारण है कि वर्तमान में आप तमाम विवादों से घिरी है। प्रिंस चौक स्थित एक होटल में आयोजित स्वराज संवाद में प्रशांत भूषण ने कहा कि जिस आधार और सिद्धांत पर आप का गठन किया गया था, वह पार्टी ने सब छोड़ दिया। इसके लिए पार्टी गठन को लेकर कुछ खामियां रही। 

पारदर्शिता, आंतरिक लोकतंत्र व जवाबदेही को पार्टी संविधान का हिस्सा जरूर बनाया, लेकिन व्यवस्था में नहीं लाए। प्रशांत भूषण ने कहा कि पार्टी को मिलने वाले चंदे का विवरण बेशक वेबसाइट पर है, पर पैसा खर्च कहां हो रहा है इसका जिक्र नहीं किया जा रहा है। लोकपाल के सवाल पूछने पर उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। विभिन्न स्तर पर पदाधिकारियों के चुनाव को आप ढाई बरस तक नहीं करा पाई। भूषण ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को पार्टी सुप्रीमो के रूप में प्रमोट करना भी सबसे बड़ी गलती रही। लोकतंत्र की खामी यह है कि नीति निर्धारण में आम आदमी की सहभागिता नहीं है। हमें विकेंद्रीकरण के लिए लड़ना है। राज्य की नीति राज्य, गांव की गांव निर्धारित करें।

प्रशांत भूषण ने कहा कि स्वराज अभियान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसका मकसद भ्रष्टाचार मुक्त समाज से आगे भी विभिन्न मुद्दों पर जनमानस को लामबंद करना है। अन्ना ने कहा था राजनीति कीचड़ है, इसमें उतरोगे तो तुम भी सन जा ओगे। ये पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे का खेल है। मैं अन्ना की इस बात से सहमत नहीं। हमारा मकसद व्यवस्था परिवर्तन का हिस्सा बनना है।