लखनऊ: शाहजहांपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा प्रदेश के एक राज्यमंत्री पर दुष्कर्म करने की घटना का आरोप लगाये जाने से यह साफ हो गया है कि प्रदेश में महिलाएं किस कदर असुरक्षित हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आये दिन अपराध और महिला उत्पीड़न को रोकने के सम्बन्ध में की जाने वाली घोषणाएं सिर्फ घोषणा तक ही सीमित रह गयी हैं। 

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के जोनल प्रवक्ता संजय बाजपेयी ने आज जारी बयान में कहा कि शाहजहांपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा प्रदेश के राज्यमंत्री के विरूद्ध लगाये गये दुष्कर्म के आरोप में आज सीजेएम कोर्ट द्वारा घटना की जांच कराये जाने एवं सुनवाई की तिथि नियत करने से साबित होता है कि घटना कितनी गंभीर है। एक तरफ प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के मुखिया प्रदेश में अपराध और महिला उत्पीड़न को रोकने के सम्बन्ध में तमाम बयानबाजी करते रहते हैं और उनके खुद के मंत्रिमण्डल के सदस्य पर दुष्कर्म जैसे जघन्य आरोप प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के माथे पर कलंक है।

श्री वाजपेयी ने कहा कि इतना ही नहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महिलाएं किस कदर असुरक्षित हैं इसका ताजा उदाहरण विगत 23मई को पीजीआई में महिला मरीज से छेड़छाड़, 20मई को हुसैनगंज में सौतेली बेटी से दुष्कर्म का प्रयास सहित उन्नाव में मोहल्ला सराय खुर्रम में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म सहित शाहजहांपुर में पांच दलित महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना सहित एक जनवरी से 30 अप्रैल तक केवल राजधानी में रेप, हत्या और छेड़खानी के 150 से अधिक मुकदमें दर्ज हो चुके हैं और इन चार महीनों में लगभग 33 बलात्कार की घटनाएं घटित हो चुकी हैं।  

जोनल प्रवक्ता ने कहा कि यह आंकड़े तो सिर्फ एक बानगी हैं ऐसी तमाम घटनाएं रोजाना घटित हो रही हैं और प्रदेश की सरकार इन अपराधों को रोकने में अक्षम साबित हो रही है। खुद समाजवादी पार्टी के मंत्री, विधायक और सपा कार्यकर्ता कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने में जुटे हुए हैं।