लखनऊ: हाशिमपुरा एंव मालियाना दंगो में मारे गये 117 लोगो को फिर से 5-5 लाख रूपये मुआवजा देने का भारतीय जनता पार्टी ने तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि किसी घटना में पीडि़तों को दुबारा मुआवजा देना एक नयी परम्परा की शुरूवात है जिससे भविष्य में नयी समस्यायें खड़ी होगी।

डा0 बाजपेयी ने कहा कि इस काण्ड का मुकदमा जब चल रहा था तो सरकार कांग्रेस-सपा की थी। आज अधिवक्ताओं का पैनल बनाने वाली सपा सरकार पैरवी के समय क्या कर रही थी ? डा0 बाजपेयी ने अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों की मौत पर मुआवजा न देने के लिए बहाना बनाने वाली सपा सरकार के पास तुष्टिकरण के लिए मुआवजा देने के लिए रूपये है किन्तु अन्नदाता किसान के आंसू पोछने के लिए नही है।

डा0 बाजपेयी ने कहा कि किसी भी फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में चुनौती देने का अधिकार सम्बन्धित पक्ष को है किन्तु हर फैसले के बाद सरकार कब तक मुआवजा बांटेगी और बांटेगी तो किस-किस घटना विशेष पर बांटेगी ? घटना विशेष का मापदण्ड क्या है ?