लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पेंशन बांटने में अखिलेश सरकार खुद मजहब को आधार बनाती है और दूसरों पर आरोप लगाती है कि सरकारे पेंशन बांटने में भेद-भाव करती है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि भाजपा सबका साथ और सबका विकास की पक्षधर है। जन-धन योजना हो, र्दुघटना बीमा योजना हो, जीवन बीमा योजना हो या फिर अटल पेंशन योजना गरीब को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा समर्पित ये योजनाएं बगैर किसी भेद-भाव के लागू की जा रही है।

मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद जनसभा में भाजपा पर की गयी टिप्पणियों का जबाब देते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा खुद को किसानों का हितैषी बताते मुख्यमंत्री उस जनसभा में यह क्यों नहीं बता सके कि सुखा राहत का जो पैसा पिछले साल मिला था वो अभी तक क्यूं नहीं बंटा ? बुन्दुलेखण्ड में विकास के नये आयाम छूने की बात करने वाले बुन्देलखण्ड की बदहाल सड़को पर भी नजर डाले, दावे राज्य में सड़कों के विकास के है पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र तक की सड़कें खस्ता हाल में है बुन्देलखण्ड में तो बन रहे लोहिया आवास और सड़को का औचक निरीक्षण करते हुए खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी ही सरकार के जबंाज अधिकरियों के कृत्यों को देखा।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पर निशाना साधते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह तो बताये कि जिस आर्मी स्कूल का शिलान्यास उन्होंने किया उसकी स्वीकृत क्या केन्द्र सरकार ने नहीं दी। राज्य की परियोजनाओं को लगातार मंजूरी देते हुए योजनाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक केन्द्रांश को उपलब्ध कराती मोदी सरकार राज्य और केन्द्र के सामूहिक प्रयास से विकास की एक नई गाथा लिखने के लिए प्रतिबद्ध है और उस दिशा में लगातार काम कर रही है। संघीय ढ़ाचे में विश्वास करती मोदी सरकार आखिर जो भी धनराशि उपलब्ध करायेगी उसका वितरण तो राज्य सरकार ही करेगी। मोदी सरकार का मानना है मेक इन इण्डिया को सफल करने के लिए सभी राज्यों को अपने-अपने राज्य में बेहतर आधार भूत ढ़ाचे की सुविधाएं मुहैया करानी पड़ेगी, पर यहां तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह कहते कि मेक इन इण्डिया तभी सफल होगा जब मेक इन यूपी होगा किन्तु मेक इन यूपी हो इसके लिए कोई ठोस प्रयास नहीं करते।

श्री पाठक ने कहा कि योजनाओं को मजहबी खाचे में बांटती समाजवादी पार्टी जब योजना बनाती है तो कब्रिस्तानों के लिए करोड़ो रूपये की राशि का प्रावधान करती है। कहती है कि हमारी बेटी पर धनराशि देनी होती है तो अल्पसंख्यक बेटी योजना में आती है कहते है समाजवादी पेंशन योजना पर जब योजना कार्यन्वित करनी होती है तो चयन का आधार मजहब रखा जाता है। विकास के थोथे दावे के बीच सच यह है कि लगातार अपने स्वीकृत बजट को न खर्च पाने की अखिलेश सरकार आरोपी है फिर जब पैसा ही नहीं खर्च हो पा रहा तो राज्य का विकास कैसे होगा।