लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने सूखा राहत का धन पीडि़त किसानों को न बांटने पर सपा सरकार को लानत मलामत की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने सपा सरकार की किसान विरोधी सोच और कार्यो पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया अति वृष्टि और ओलावृष्टि  पर घडि़याली आंसू बहाने वाली सपा सरकार केन्द्र के द्वारा सूखा राहत राशि जारी होने के बाद भी किसानों को नहीं बंाट पायी है। सपा सरकार सूखा राहत राशि केन्द्र द्वारा फरवरी में जारी होने के बाद भी नहीं बंट पायी है। प्रदेश की सपा सरकार के खजाने में केन्द्र द्वारा दी गई राहत राशि रू0 490 करोड़ का उपयोग नही हो रहा है। 

प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार प्रदेश के किसानों के लिए घडि़याली आंसू बहाकर किसान हितैषी बनने का ढोग करती है। केन्द्र के द्वारा रूपया 490 करोड़ की धनराशि फरवरी माह में ही प्रदेश सरकार को प्राप्त हो गई थी। सपा सरकार अभी तक पीडि़त किसानों को यह राशि क्यों नहीं बांट पाई ? धन राशि पीडितों को बांटने में क्या बाधा है? सपा सरकार इस देरी के लिए जिम्मेदार है। 

डाॅ0 मिश्र ने याद दिलाया कि भाजपा के दबाव के बाद बडी मुश्किल से प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 58 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया था। प्रदेश की सपा सरकार की मांग पर केन्द्र ने संवेदना दिखाते हुए तत्काल रूपया 490 करोड़ की धनराशि जारी कर दी। परन्तु सपा सरकार की किसानों के प्रति उदासीन और अकर्मण्ता के चलते पीडितों को मदद नही मिल पाई। 

डाॅ0 मिश्र ने मांग की प्रदेश की सपा सरकार केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराई गई सूखा सहायता राशि तत्काल किसानों को बिना भेदभाव के उलब्ध कराये। सपा सरकार सहायता राशि न बांट पाने के लिए किसानों से मांफी मांगे।