अमेरिका व इसराईल के झंडे और सऊदी शाह की तस्वीर जलाई गयी 

लखनऊ: पाकिस्तान के कराची शहर में इसमाइलियों  पर हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ और सऊदी अरब में आयातुल्लाह बाकिरुन्नम्र की रिहाई के लिए आज मजलिसे उल्माये हिन्द की तरफ से जुमे की नमाज के बाद मस्जिद आसफी में आतंकवादी संगठनों और सऊदी अरब की इस्लाम विरोधी नीति के खिलाफ जबरदस्त विरोध किया गया । प्रदर्शनकारियों ने इस अवसर पर अमेरिका और इजराईल के ध्वज को भी आग लगायी । साथ ही सऊदी तानाशाह  सलमान की तस्वीर भी जलाई गई ।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मजलिसे उल्माये हिन्द के महासचिव इमामे जूमा मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि पूरी दुनिया में शियों के खिलाफ षड़यंत्र हो रहे हैं, बेर्ददी से शियों का नरसंहार कया जारहा हे ।कराची में जिस संगठन के आतंकवादियों ने इसमाइलीयों को बर्बरता का लक्ष्य बनाया वह दाईश का समर्थक संगठन है । मौलाना  ने कहा कि अफसोस अभी भी दाईश का समर्थन हो रहा है जबकि उसका असली चेहरा सबके सामने है .हद यह है कि अखबारों में दाईश के समर्थन में लेख प्रकाशित हुए।  लखनऊ के अखबारों में भी दाईश के समर्थन में लिखा गया और उन्हें मुजाहिदे इस्लाम कहा गया जब तक यह गुट मुसलमानों का नरसंहार करता रहा किसी ने कुछ नहीं कहा।  उधर एक अमेरिकी की हत्या हुई तुरंत दाईश को आतंकवादी संगठन घोषित  कर दिया गया । सच यह है कि  सऊदी अरब अमेरिका और इजरायल की गुलामी कर रहा है । उनके फतवे भी विश्व शक्तियों के इशारों पर आते हैं और उन जो लोग सऊदी अरब की खाते हैं वे उनकी इस्लाम विरोधी हरकतों पर भी चुप रहते हैं क्योंकि उन्हें सऊदी के ही गुण गाने हैं।

प्रदर्शन  में मौलाना रजा हुसेन ने कहा कि आतंकवाद कहीं भी किसी भी देश में हो उसका कोई धर्म नहीं होता ।इसलाम के नाम पर कुछ गिरोह ऐसे निकल आए हैं जो इस्लाम दुश्मन ताकतों के हाथों का खिलौना बने हुए हैं यही लोग अलग-अलग संगठन बनाकर आतंकवाद फैला रहे हैं। शिया समुदाय को निशाना बनाया जाना इस बात का प्रमाण है कि ये लोग किसी भी समुदाय और किसी भी धर्म के लोग नहीं हैं बल्कि इसलाम  का नकाब ओढ़े हुए हैं। मौलाना तसनीम मेहन्दी ने कहा के हम इस हमले की जोरदार निंदा करते हैं क्योंकि इस्लाम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ है ।मौलाना ने कहा कि जिस तरह सऊदी अरब अमेरिका और इसराइल के इशारों पर यमन में निर्दोषों की हत्या कर रहा है और आयातुल्लाह बाकिरुन्नम्र जो शिया व सुन्नी एकता की जिंदा मिसाल हैं को फांसी देने की कोशिश में है यह अनुचित प्रक्रिया है ।

मौलाना फिरोज हुसैन ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि संयुक्त राष्ट्र ने भी यमन के मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया, आज की त्रासदी यह है कि मुसलमान मुसलमान को मार रहा है, आतंकवाद केवल मुसलमान देशों में ही क्यों है क्योंकि मुस्लिम विश्व शक्तियों की कटपुतली बने हुए हैं ।मोलाना ने कहा कि सऊदी अरब आयातुल्लाह बाकिरुन्नम्र को रिहा करे और यमन पर तुरंत हमले बंद किए जाएं। यह मानवता विरोधी प्रक्रिया है हम उसकी निंदा करते है । प्रदर्शनकारी आतंकवाद मुर्दाबाद, आतंकवाद के संस्थापक अमेरिका और इजरायल मुर्दाबाद, शाह सलमान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने अपने देश भारत में शांति के बने रहने के लिए प्रार्थना भी की।