लंदन : स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन ने कहा है कि राष्ट्रीय टीम में वापसी की संभावना पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के नये निदेशक एंड्रयू स्ट्रास द्वारा विराम लगाए जाने के बाद वे ‘बर्बाद’ हो गए हैं। उन्होंने माना कि बहुत अधिक अविश्वास के कारण यह निर्णय लिया गया है।

एक कॉलम में पीटरसन ने लिखा है, मैं बिल्कुल बर्बाद हो गया हूं। ऐसा लग रहा है कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम में मेरी वापसी की संभावना खत्म हो गई है। विशेष तौर पर तब जब मुझसे या मेरे बारे में जो कहा गया है। उन्होंने आगे लिखा है कि उन लोगों ने मुझे चयनित नहीं करने का कारण ‘विश्वास’ की कमी बताया है। ये अच्छी बात है लेकिन विश्वास द्विपक्षीय चीज हैं। मेरे लिए अविश्वसनीय था कि हमारी बातचीत के आधा घंटा बाद ही इसका परिणाम इंटरनेट और बीबीसी पर था। अब जब मैंने किसी को ये बात नहीं बताई तो आखिर ऐसा किसने किया? उन्होंने कहा है कि वे लोग मुझपर विश्वास नहीं करते लेकिन कोई उनपर विश्वास क्यों करे?

पीटरसन के शुक्रवार को भारत पहुंचने की संभावना है जहां वे आईपीएल के मौजूदा सत्र में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलेंगे। बकौल पीटरसन यह उनके लिए अच्छा अवसर होगा और वे आगे की रणनीति शांत होकर बना सकेंगे। इससे पहले इंग्लिश क्रिकेट के निदेशक बनने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में स्ट्रास ने तमाम अटकलों को खत्म करते हुए कहा था कि उनके साथी पीटरसन की अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का कोई रास्ता नहीं बचा है। हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि उन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है लेकिन वे पीटरसन को भविष्य के बारे में किसी तरह का आश्वासन नहीं दे सकते हैं। सभी फार्मेट में इंग्लैंड के लिए सवार्धिक रन बनाने वाले 34-वर्षीय पीटरसन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज श्रृंखला 5-0 से हारने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं।

इस धाकड़ बल्लेबाज को टीम में वापसी की आशा तब जग गयी थी जब इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के नये अध्यक्ष कोलिन ग्रेव्स ने कहा था कि काउंटी क्रिकेट में अच्छा स्कोर करने पर पीटरसन को राष्ट्रीय टीम में वापस लाया जा सकता है। दूसरी ओर सर्रे की तरफ से अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने के बाद ही स्ट्रास ने उन्हें इस बात की सूचना दी कि निकट भविष्य में उन्हें इंग्लिश टीम में शामिल नहीं किया जायेगा। इसका मतलब है कि पीटरसन का अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया है।