गाजियाबाद: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अखिलेश सरकार पर किसान विरोधी होने का अरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को राहत प्रदान करने के लिये केन्द्र की तरफ से भेजे गये सैकड़ों करोड़ रूपये प्रदेश सरकार खजाने में दबाये बैठी है और राज्य का किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। उन्होंने किसानो की समस्याओं को लेकर सपा सरकार द्वारा बरती जा रही उदासीनता पर हैरानी जताते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा कि किसानों के मुद्दे पर राजनीति बंद करें। शाह ने मोदी सरकार द्वारा किसानों के 33 प्रतिशत नुकसान को आधार मानकर मुआवजा दिये जाने के फैसलें का जिक्र करते हुए वे कहा कि अखिलेश सरकार 33 प्रतिशत के आधार पर सर्वें क्यंू नहीं करा रही। साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को यह भी ताकीद दी कि वे यह सुनिश्चित करें कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों की सहायता के लिए जो हजारों करोड रूपये राज्य सरकार को दिये गये वो मंत्रियों के भ्रष्टाचार में न डूब जाये। इसकी वे चिन्ता करें। 

शाह ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किये जा रहे जनहित के कार्यो का जिक्र करते हुए कहा कि जिस भरोसे और विश्वास के साथ जनता ने हमें केन्द्र की सत्ता सौंपी उस पर हम खरे उतरे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने सुशासन की अच्छी नींव रखी है। फिर भी कुछ विपक्षी दल भ्रम फैलाने में जुटे है। लेकिन उनके घबराने की जरूरत नहीं है। 

उन्होंने कहा मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार, महंगाई, सुशासन, सहित जनता से किये गये अपने हर वायदे को पूरा किया है। जनधन योजना, पेशन, सुरक्षा कवच, जीवन बीमा योजना सहित कई योजनाएं लागू करके जनहित में समाज के नीचले तबके तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुॅचे इसका प्रयास किया है। 

उन्होंने उत्तर प्रदेश की दुर्दशा के लिए सपा-बसपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अखिलेश सरकार में तो कमीशन राज चल रहा हैं। नौकरियां बिक रही है, खादानो-ठेको में भारी कमीशन चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराकर विकास के पथ पर तब तक नहीं ले जाया जा सकता जब तक सपा बसपा के हाथों से राज्य की जनता को मुक्त कराकर प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन जाती।