लखनऊ: प्रदेश के कद्दावर और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आज़म खान उस मदरसा आधुनिकीकरण योजनान्तर्गत शिक्षकों की यूनियन द्वारा दिये गये मांग-पत्र पर सहानुभूति व सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि जिन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों ने दो वर्ष का वेतन रोका व वापस किया है उनका यह कृत्य बहुत गंभीर है।
आज़म ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से ऐसे अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को जेल भेजने और नौकरी से बर्खास्त करने की अपनी सिफारिश करेंगे ।
आज़म ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहा कि वह उन ताकतों के कहने में न आयें जो न कभी उनके थे और न कभी हो सकते हैं। मौजूदा सरकार की उन समाचार-पत्रों के माध्यम से बदनामी करना जो आपके वैचारिक दुश्मन हैं और अस्तित्व तक मिटा देना चाहते हैं, उन्हें खुश होने का मौका और अपना एजेण्डा लागू करने का मौका नहीं देना चाहिये था। एसोसिएशन के जिम्मेदारान को चाहिये कि वह खुद इस बात का अहसास करें कि आये दिन केवल मेरे दरवाजे़े का घेराव करना तथा गन्दे नारे लगाना कौन सी शिक्षा और तहजीब की तरफ इशारा करता है। इतना लिहाज भी न रखा गया कि सड़क और आवास के आने-जाने वालों में महिलायें भी थीं।
गौरतलब है कि मदरसा आधुनिकीकरण बोर्ड के शिक्षकों ने कल आज़म खां के सरकारी निवास के बाहर उग्र प्रदर्शन किया था जिसके कारण पुलिस ने उनपर बल प्रयोग किया था जिसमें कई टीचरों को चोटें आयी थीं ।
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