मुंबई : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा अन्य सुधारों को लेकर चिंता के बीच आज बंबई शेयर बाजार में 723 अंक की जोरदार गिरावट आई। नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह एक दिन में दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है।
सुधारों की प्रक्रिया को लेकर बाजार में व्यापक आधार पर बिकवाली देखने को मिली। जीएसटी विधेयक को भारी राजनीतिक विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि लोकसभा ने आज इसे पारित कर दिया। इसके अलावा सेवा व विनिर्माण क्षेत्र में सुस्ती तथा कराधान की चिंता को लेकर भी बाजार में दबाव रहा।
कुछ कारोबारियों का कहना है कि लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को वाहन से टक्कर मार कर भागने के 13 साल पुराने हिट एंड रन मामले में दोषी ठहराया जाने की भी बाजार की गिरावट में भूमिका हो सकती है। बड़ी संख्या में एचएनआई निवेशक और कारोबारी अपने कोष को शेयर बाजार, रीयल एस्टेट व फिल्म उद्योग के बीच स्थानांतरित करते रहते हैं।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27,473.36 अंक पर मजबूत खुलने के बाद 27,501.15 अंक के उच्च स्तर तक गया। हालांकि, बाद में बिकवाली दबाव से यह 27,000 अंक से नीचे आ गया। आईसीआईसीआई बैंक, ओएनजीसी, सिप्ला व आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 26,677.64 अंक के निचले स्तर तक गया। अंत में यह 722.77 अंक या 2.63 प्रतिशत के नुकसान से 26,717.37 अंक पर बंद हुआ। यह इसका करीब पांच महीने का निचला स्तर है। इससे पहले 6 जनवरी को सेंसेक्स 855 अंक टूटा था।
इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 227.80 अंक या 2.74 प्रतिशत के नुकसान से 8,100 अंक से नीचे 8,097 अंक पर आ गया। रेलिगेयर सिक्योरिटीज के अध्यक्ष (खुदरा वितरण) जयंत मांगलिक ने कहा, संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों पर सरकार व विपक्ष में जारी गतिरोध चिंता का विषय है।
फतेहपुर सीकरी, आगरा, 28 अप्रैल 2024. कमज़ोर तबकों के सामने संविधान बचाने का आख़िरी मौक़ा…
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। मोहसिना क़िदवई, राजनीतिक गलियारे का एक बहुत कद्दावर नाम। नब्बे…
एक बालिका की हालत गंभीर, मेडिकल कालेज रेफरबाबा अहमद शाह की मजार पर गुरूवार से…
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। जिला बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव की मतगणना शांतिपूर्ण माहौल…
लखनऊ ।उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फरेंसिक साइन्स लखनऊ ने आज संस्थान को और अधिक…
(आलेख : शमसुल इस्लाम) भारत में राष्ट्रविरोधी, अमानवीय एवं धार्मिक रूप से कट्टर नागरिकता संशोधन…