डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देगें एक दिन का वेतन

लखनऊ। विभागीय मंत्री शिवपाल सिंह यादव के आहवान पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अप्रत्यशित एवं असमय हुई भारी वर्षा के कारण खेतों में खड़ी फॅसल नष्ट होने के कारण  किसानों पर आई आपदा एवं भूकम्प में आई प्रलय मे आर्थिक सहयोग करते हुए राज्य सेतु निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजन मित्तल ने अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष को दान दिया है। इसमें से 15 दिन का वेतन प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुई फॅसलों के मद्देनजर किसानों के सहयोग के लिए तथा 15 दिनों का वेतन भूकम्प से बेघर हुए नेपाल के लोगों के पुर्नवास में सहयोग के लिए दिया गया है। इस दैवीय आपदा से क्षतिपूर्ति हेतु वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अथक प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में प्रबंध निदेशक राजन मित्तल द्वारा  सेतु निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच एक सामान्य सभा का आयोजन कर उनसे भी यथोंचित सहयोग की अपील की गई है। उनकी अपील के बाद डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में भेजने का निर्णय लिया है।

आमसभा को सम्बोधित करते हुए सेतु निगम के प्रबंध निदेशक राजन मित्तल ने निगम से जुड़े      अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि नेपाल मे आई भूकम्प से प्रभावित बेघर हुए लोगो के पुनर्वास और प्रदेश में  अचानक आई बारिश और आंधी तूफान से ध्वस्त फॅसलों की बबार्दी से तबाह हुए किसानों को आर्थिक सहयोग देने की अपील की।  हम छोटी-छोटी सहायता को देकर पीडित लोगो के पुर्नवास मदद कर सकते है । यदि चाॅहे तो सामग्री के रूप मे सहायता दी जाने वाली जैसे बर्तन, कपड़ा, एवं खाद्य सामग्री आदि प्रतिदिन जिला निर्वाचन कार्यालय  के गोदाम मे जमा कर सकते है। नगद धनराशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के खाते मे बैंक ड्राफ्ट अथवा नगद के रूप में दे सकते है।  इसके फलस्वरूप सेतु निगम डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएश के प्रान्तीय अध्यक्ष श्रीप्रकाश गुप्त ने घोषणा करते हुए कहा कि उनके संगठन के प्रत्येक सदस्य अपने एक दिन का वेतन प्रबंध निदेशक सेतु निगम के माध्यम से मुख्यमंत्री आपदा राहत  कोष में देगा। उन्होंने अपने सहयोगियों से इससे ज्यादा भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि इस आपदा की घड़ी में सेतु निगम के सभी अधिकारी कर्मचारी पीडि़त  किसानों एवं नेपाल के भूकम्प प्रभावित लोगों के पुर्नवास एवं आर्थिक सहयोग के लिए सदैव तैयार है।