लखनऊ: बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डाॅ0 एम0जे0 असलम ने अवगत कराया है कि विगत 21 अप्रैल को स्वास्थ्य मंत्री  अहमद हसन द्वारा निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों के अनुपालन में चिकित्सालय प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को एक ही काउण्टर से सभी दवाएं उपलब्ध हो जाए और इसके लिए उन्हें एक काउण्टर से दूसरे काउण्टर पर भटकना न पड़े।  समस्त औषधि वितरण कक्षों में तैनात फार्मेसिस्टों के पटल भी परिवर्तित कर दिए गए हैं।  

चिकित्सालय प्रशासन ने यह स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि अस्पताल की कार्य अवधि में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव डाॅक्टरों से नहीं मिल सकेंगे। अस्पताल के सभी चिकित्सा अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे अस्पताल में उपलब्ध जांच ही रोगियों को लिखें। यदि रोगी को ऐसी जांच की जरूरत है जो अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो यह जांच के0जी0एम0यू0, एस0जी0पी0जी0आई0 अथवा आर0एम0एल0 संस्थान से ही करायी जाए। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में पिछले कई वर्षाें से एम0सी0एच0 योग्यता धारी एक न्यूरो सर्जन तैनात हैं, जिनके द्वारा न्यूरो सर्जरी के रोगियों को उपचार प्रदान किया जा रहा है।

डाॅ0 असलम के अनुसार बलरामपुर चिकित्सालय में पैथालाजी की बायोकैमेस्ट्री जांच के लिए दो फुली आटोमैटिक बायोकैमेस्ट्री एनालाईजर एवं दो सेमी बायोकैमेस्ट्री एनालाईजर उपलब्ध हैं। एक फुली आटोमैटिक बायोकैमेस्ट्री एनालाईजर वर्तमान में कार्य नहीं कर रहा है जिसे क्रियाशील करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सालय प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि रोगियों को जांच में असुविधा न हो, इसके मद्देनजर क्रियाशील मशीन से अधिक कार्य लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए चिकित्सालय प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि स्वास्थ्य मंत्री तथा आम जनता की अकांक्षाओं के अनुरूप अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं शीघ्र सुदृढ़ हो जाएगी।