श्रेणियाँ: राजनीति

भारत के दौरे पर हैं देश के पीएम

लोकसभा में राहुल के व्यंग बाणों से सरकार तिलमिलाई

नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक बार फिर लोकसभा में किसानों का मुद्दा उठाते हुए पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की। राहुल ने कहा कि जब सरकार कहती है कि ‘मेक इन इंडिया’ होना चाहिए तो क्या किसान मेक इन इंडिया नहीं करते हैं?’ क्या मेक इन इंडिया का कंसेप्ट सिर्फ बड़े बिज़नेसमैन और क्रोनी कैपिटलिस्ट्स के लिए ही हैं। हमारे देश के किसान मंडियों में रो रहे हैं और हरियाणा के कृषिमंत्री आत्महत्या करने वाले किसानों को कायर कह रहे हैं।

राहुल ने आगे कहा कि आपकी सरकार ने ओला पड़ने पर किसानों की मदद नहीं की, उनका बोनस बंद कर दिया, उन्हें खाद की जगह लाठी दी और हम मंडियों से उनका अनाज नहीं खरीद रही है। ये सरकार किसान और मज़दूर की सरकार नहीं है।

हालांकि इस भाषण के दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राहुल गांधी को टोकते हुए कहा कि वे अपने संबोधन में ‘आपकी सरकार’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करें क्योंकि वे स्पीकर के ज़रिए अपनी बात कह रहे हैं।    स्पीकर के टोकने पर राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा कि, ‘ये हमारी सरकार है, आपकी सरकार है किसान और मजदूर की सरकार नहीं है।‘

इसके बाद राहुल ने अपनी शब्दों को बदलते हुए हमारी सरकार शब्द का इस्तेमाल किया और प्रधानमंत्री मोदी पर तंज मारते हुए कहा कि, ‘प्रधानमंत्री आजकल हिंदुस्तान के टूर पर हैं, वे पंजाब जाकर किसानों का हालचाल ले लें।‘ (देखें राहुल का संसद में बयान)

राहुल गांधी ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि अगर आप जल्दी से जल्दी किसानों की मदद करेंगे, मंडियों से उनका अनाज खरीदेंगे, उनका दर्द कम करेंगे तो तो फायदा आपको ही होगा, हमको नहीं।

राहुल गांधी के भाषण के बाद अकाली दल नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बड़े ही आक्रामक अंदाज़ में उनको जवाब देते हुए सवाल किया कि, जब ओले गिर रहे थे, बेमौसम बारिश हो रही थी और जब किसान बारिश से जूझ रहे थे तब ये कहां गए थे?

हरसिमरत ने ये भी पूछा कि छुट्टी से लौटने के बाद राहुल अपने संसदीय क्षेत्र कितनी बार गए और आरोप लगाया कि राहुल गांधी वनवास से लौट कर ड्रामा कर रहे हैं और लोग उनके ड्रामे से परेशान हैं।   (देखें राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री कौर का पलटवार)

हरसिमरत ने ये भी कहा कि पंजाब की सरकार किसानों का पूरा अनाज खरीदेगी और उन्हें पूरा मुआवजा देगी। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद में कहा कि राहुल गांधी को पीएम के विदेश दौरे पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि मुद्दे पर जवाब चाहिए तो केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान जवाब के साथ तैयार हैं।

राहुल गांधी के भाषण का जवाब देते हुए केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि  यूपीए सरकार में किसान परेशान थे और  हम उन्हें मुआवज़ा दे रहे हैं।

हमने किसानों के अनाज पर नमी के नाम पर की जाने वाली कटौती बंद कर दी है, उन्हें पूरे अनाज की कीमत मिलेगी। हमने गन्ना किसान के इंपोर्ट ड्यूटी को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने का फैसला लिया है। (देखें राहुल गांधी को दिया केंद्रीय मंत्री पासवान का बयान)

हमने एथनॉल के उपर एक्साईज़ ड्यूटी हटाने का निर्णय लिया है। 10 साल में कांग्रेस सरकार के दौर में किसानों की जो तबाही हुई है हम उसकी भरपाई कर रहे हैं। हम पूरे देश के किसानों का एक-एक दाना अनाज खरीदेंगे और उन्हें उसकी पूरी कीमत देंगे।

रामविलास पासवान ने भी राहुल गांधी पर ताना मारते हुए कहा कि जिस तरह से वे एक मंडी में जाकर किसानों का मुद्दा भुनाने की कोशिश कर रहे हैं वो एक उंगली कटा कर शहीद बनने की कोशिश की तरह है।

Share

हाल की खबर

सरयू नहर में नहाने गये तीन बच्चों की मौत, एक बालिका लापता

मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…

मई 1, 2024

बाइक सवार दोस्तों को घसीट कर ले गई कंबाइन मशीन, एक की मौत, दूसऱे की हालत गंभीर ,लखनऊ रेफर

बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…

मई 1, 2024

एचडीएफसी बैंक के पेजैप ऐप को ‘सेलेंट मॉडल बैंक’ का पुरस्कार मिला

मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…

मई 1, 2024

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…

मई 1, 2024

पिक्चर तो अभी बाक़ी है, दोस्त!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…

मई 1, 2024

आज के दौर में ट्रेड यूनियन आंदोलन और चुनौतियां

(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…

मई 1, 2024