हरियाणा के कृषि मंत्री के बयान से खड़ा हुआ नया विवाद 

चडीगढ़। एक तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रदेश के बारिश व ओलावृष्टि प्रभावित किसानों के लिए सरकार की तरफ से 1092 करोड़ रुपए का राहत पैकेज जारी करने की घोषणा की है तो दूसरी तरफ प्रदेश के कृषि मंत्री ओ.पी.धनखड़ की जुबान फिर से फिसल गई है। धनखड़ ने अब आत्महत्या करने वाले किसानों को कायर की संज्ञा देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।

हरियाणा के कृषि मंत्री ओ.पी.धनखड़ प्रदेश में आत्महत्या करने वाले किसानों के संबंध में कई बार बेतुके बयान दे चुके हैं। धनखड़ अपनी कार्यशैली को लेकर कम तो बयानों को लेकर अधिक चर्चा में रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से पहले भी धनखड़ ने कई तरह के विवादित बयान दिए थे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल सरकार की तरफ से किसानों के हित में उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी मीडिया को दे रहे थे तो कृषि मंत्री ओ.पी.धनखड़ से जब किसान आत्महत्याओं के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने वाले किसान कायर हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार कायरों के साथ नहीं है। कानून में आत्महत्या को गलत माना जाता है। किसानों की कथित आत्महत्या को लेकर कानून में कोई प्रावधान नहीं है। प्रदेश सरकार किसानों के साथ तो हैं लेकिन कायरों के साथ नहीं है। धनखड़ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश सरकार विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा राशि बांटने जा रही है। कृषि मंत्री के पद पर बैठे धनखड़ के बयान से किसानों का मनोबल टूटा है।