नई दिल्ली। राज्यसभा में आज पीएम नरेंद्र मोदी के विदेश में दिए एक बयान पर जमकर हंगामा मचा। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मामला उठाते हुए प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया। इसे लेकर कांग्रेस ने खूब हंगामा किया और उसके सांसद वेल तक भी पहुंच गए।

मोदी ने जर्मनी दौरे के समय एक बयान में 60 सालों की गंदगी साफ करने की बात कही थी। इसी बयान पर आज सदन में हंगामा मचा। आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम को इस तरह की बात कहना शोभा नहीं देता। अब तक भारत की विदेश नीति पर आम सहमति रही है और कोई किसी तरह की आलोचना नहीं करता था। लेकिन इस बार देश की पहचान घोटाले के तौर पर की गई। पीएम को इस पर सफाई देनी चाहिए।

जेडीयू नेता शरद यादव ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पीएम के विदेशी दौरे पर कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन उन्हें इस तरह नहीं बोलना चाहिए। जवाब में मुख्तार अब्बास नक़वी ने शरद यादव को घेरते हुए कहा, आप जैसा वरिष्ठ नेता कांग्रेस के भ्रष्टाचार को कैसे डिफ़ेंड कर सकता है, आपने तो पूरी राजनीति ही कांग्रेस विरोधी रही है।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी कांग्रेस का समर्थन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी को अटल जी से प्रेरणा लेनी चाहिए कि देश से बाहर जाकर भी संयत रहते थे। विपक्षियों का सम्मान किया जाना चाहिए।

वहीं सरकार की तरफ से अरुण जेटली ने मोर्चा संभाला। जेटली ने शरद यादव को संबोधित करते कहा कि आप जिस राजनीतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके नेताओं ने 1975 में आपातकाल में दुनिया भर में घूम-घूम कर उस वक्त की राजनीतिक स्थितियों को बताया था। कांग्रेस के दोस्तों को दिक्कत हो सकती है, अगर क्लीन अप जैसे शब्दों का इस्तेमाल होगा। अगर चर्चा हुई तो चर्चा इस बात पर होगी कि पिछले 60 सालों में क्या क्या घोटाले हुए। पीएम को ऐसा कहने का पूरा हक है। कम्युनिस्टों की नैतिकता पर मापदंड देख कर मैं हतप्रभ हूं।

राज्यसभा में उपसभापति ने आनंद शर्मा की रुलिंग को डिसअलाऊ कर दिया।विरोध में कांग्रेस के सदस्य सदन के वेल में आकर हंगामा करने लगे। इसके बाद सदन 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सांसद प्रधानमंत्री जवाब दो के नारे लगाने लगे।

मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा अगर कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि सदन मे 60 साल से हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा हो, तो हम तैयार हैं। इस पर आनंद शर्मा ने कहा कि हम पीएम के बर्ताव की बात कर रहे हैं। करप्शन पर पहले भी बहुत बहस हो चुकी है। हमें पीएम के बयान पर घोर आपत्ति है।