लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार भ्रष्ट अधिकारियों को न सिर्फ संरक्षण दे रहे हैं, बल्कि उनको अतिमहत्वपूर्ण पदों पर बिठाकर एक तरह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा ही दे रहे हैं। ताजा उदाहरण उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के चेयरमैन के पद पर कुख्यात अधिकारी अरूण मिश्रा की तैनाती है। यह वहीं अरूण मिश्रा हैं जिन्हें उच्च न्यायालय ने पिछले साल ही फर्जी डिग्री के आरोप में पद से तत्काल हटाने का आदेश दिया था। तब श्री मिश्रा यूपीएसआईडीसी के मुख्य अभियंता के पद पर थे। 

प्रदेश भाजपा मुख्यलाय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डाॅ चन्द्रमोहन ने आरोप लगाया कि भ्रष्ट अधिकारियों के जरिये सपा के मंत्री भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। प्रदेश सरकार की कार्यशैली परिणाम है कि ईमानदार अधिकारी प्रदेश छोड़कर प्रतिनियुक्ति पर केन्द्र सरकार में आ रहे है। ईमानदार अधिकारियों को लगातार स्थानान्तरण करके अपमानित किया जा रहा है।

डाॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि अभी नोएडा व ग्रेटर नोएडा के मुख्य अभियंता रहे यादव सिंह का मामला ठंडा हुआ नहीं कि प्रदेश सरकार ने एक और विवादित और भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी अरूण मिश्रा को यूपीएसआईडीसी का चेयरमैन बना दिया। डाॅ चन्द्र मोहन ने कहा कि श्री मिश्र पर ढेंरो वित्तीय गडबडियों के साथ साथ फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी प्राप्त करने का भी आरोप है। उन्होंने कहा कि श्री मिश्रा के खिलाफ हाई स्कूल की फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी प्राप्त करने के आरोप को उच्च न्यायालय ने सही पाया था और उन्हें तत्काल नौकरी से हटाने के अलावा अभी तक 30 साल में मिले कुल वेतन की भी वसूली करने का आदेश सुनाया था। यहीं नहीं इस अधिकारी के खिलाफ वित्तीय घोटाले के भी कई आरोप हैं, जिनमें गाजियाबाद स्थित ट्रोनिका सिटी में 40 करोड़ के घोटाले का भी आरोप था। ़

डाॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि यूपीएसआईडीसी के सर्वौच्च अधिकारी के रूप में श्री अरूण मिश्रा की ताजा नियुक्ति यह दर्शाती है कि अखिलेश सरकार के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री सीधे तौर पर भ्रष्ट अधिकारियों और मंत्रियों को संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने वाले अधिकारियों को हतोत्साहित करने के बजाय प्रोत्साहित किया जा रहा है। जो न लोकतंत्र के लिए ठीक है और प्रदेश की जनता के हित में है।

 डाॅ चन्द्रमोहन ने मांग की कि अरूण मिश्रा जैसे भ्रष्ट अधिकारियों को तुंरत महत्वपूर्ण ओहदों से हटाकर ईमानदार अधिकारियों को वहां लगाया जाए यदि ऐसा नहीं हुआ तो जनता सपा सरकार को कड़ा सबक सिखाएगी।