लखनऊ:केन्द्र में जबसे भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार सत्तासीन हुई है लगातार देश और प्रदेश में जिस प्रकार धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर धार्मिक उन्माद भड़काने की कोशिश की जा रही है और साम्प्रदायिक माहौल पैदा किया जा रहा है वहीं समाज के विशेषकर अल्पसंख्यकों और दलित वर्ग का उत्पीड़न किया जा रहा है, ऐसे में केन्द्र एवं राज्य सरकार को तत्काल सख्त कदम उठाकर ऐसे समाजविरोधी एवं साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस के इंचार्ज प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने आज जारी बयान में कहा कि आगरा के एक चर्च में प्रतिमा को नुकसान पहुंचाकर एक बार फिर अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है जिसका पूरे प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में विरोध हो रहा है और चारों तरफ आम जनमानस में आक्रोश व्याप्त है। किन्तु इस मामले में अभी तक केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा कोई भी गंभीर प्रयास नहीं किया गया है।  

प्रवक्ता ने कहा कि कुछ दिन पूर्व रामपुर में जिस प्रकार सत्ताधारी दल के एक वरिष्ठ मंत्री के इशारे पर बाल्मीकि समुदाय के अतिदलित वर्ग के बाल्मीकि समुदाय के लगभग 80 परिवारों को उनके घरों से बेघर करने का प्रयास किया गया तथा इस मामले में धार्मिक और जातीय आधार पर राजनीति करने की घिनौनी कोशिश की गयी, राज्य सरकार की अक्षमता और अकर्मण्यता को दर्शाता है।   

सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि प्रदेश में लगातार जिस प्रकार सर्वधर्म समभाव को नष्ट करने की पुरजोर कोशिश हो रही है तथा देश और प्रदेश को जाति एवं धर्म के खांचों में बांटकर समाज को साम्प्रदायिकता के दूषित वातावरण में धकेलकर राजनैतिक रोटियां सेंकने का प्रयास किया जा रहा है, निन्दनीय है। 

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी आगरा के चर्च में हुई घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराये जाने एवं दोषियों को अविलम्ब गिरफ्तार कर दण्डित किये जाने की मांग की है, ताकि प्रदेश का माहौल बिगड़ने से बचाया जा सके।