सपा सरकार शिवपाल यादव के इजराइल से सम्बंधों पर श्वेतपत्र जारी करे- मुहम्मद शुऐब

लखनऊ:  रिहाई मंच ने ‘हाशिमपुरा जनसंहार: इंसाफ विरोधी प्रदेश सरकार के खिलाफ’ जनअभियान के तहत चौपटिया टैंपो स्टैंड, मदरसा इरफानिया अकबरी गेट चौक, तंबाकू मंडी चैपटिया चैराहा, चिकवन पुलिया गुल्लू शाहतकिया, मोअज्जम नगर में आम सभाएं की। रिहाई मंच के 26 अपै्रल को गंगा प्रसाद मेमोरियल हाॅल में आयोजित जनसम्मेलन में 1987 में मेरठ और 1980 में मुरादाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा के पीडि़त भी शामिल होंगे। प्रमुख वक्ताओं में मेरठ के वरिष्ठ पत्रकार सलीम अख्तर सिद्दीक, हासिमपुरा व मलियाना के सवालों को 1987 में उठाने वाले संगठन पीपुल्स यूनियन फाॅर डेमोक्रेटिक राइट्स से जुड़े वरिष्ठ लोकतंत्रवादी नेता गौतम नवलखा, वरिष्ठ पत्रकार अनिल चमडि़या, सामाजिक कार्यकर्ता सलीम अख्तर सिद्दीकी समेत तमाम नामचीन लोकतांत्रिक व इंसाफ पसन्द ताकतें शिरकत करेंगी। 

जनअभियान के तहत लखनऊ में आयोजित आम सभाओं को संबोधित करते हुए रिहाई मंच के अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने कहा कि इसराइल जैसे देश से प्रदेश सरकार की बढ़ती नजदीकियां साफ कर रही है कि प्रदेश सरकार भी भाजपा के नक्शेकदम पर है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जब किसान आत्महत्या कर रहा है उसी दौरान यह खबर आती है की बड़े पैमाने पर प्रदेश सरकार इजराइल से हथियार ले रही है। ऐसे में साफ हो जाता है कि प्रदेश सरकार के एजेण्डे में वंचित तबका तो है पर उसकी प्रगति के लिए नहीं बल्कि उसकी गोलियां खाने के लिए। जिसकी तस्दीक कनहर में आदिवासियों पर हुई फांयरिंग है तो उन्नाव में भूमि अधिग्रहण के नाम पर पुलिसिया दमन। मोहम्मद शुऐब ने कहा कि मुलायम सिंह के भाई शिवपाल यादव हर छः महीने पर पूरी दुनिया मेें आतंकवाद फैलाने वाले देश इजराईल का दौरा करते हैं और एटीएस अधिकारियों को वहां ट्रेनिंग के लिए भेजते हैं लेकिन सपा के मुस्लिम विधायक इस पर सवाल उठाने की हैसियत तक नहीं रखते। उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव के नेतृत्व में इजराइल, आरएसएस और साम्प्रदायिक पुलिस के जरिए प्रदेश में मुसलमानों और इसाईयों के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। इसीलिए भड़काऊ भाषण देने वाले भाजपा नेताओं, चर्चों पर हमले करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवई नहीं होती और उल्टे प्रदेश सरकार इजराइल से हथियार खरीदती है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार को शिवपाल यादव के इजराइल से सम्बंधों पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए। 

सामाजिक न्याय मंच के अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने आम सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा के अंदर सपा के सबसे अधिक मुस्लिम विधायक होने के बावजूद हाशिमपुरा से लेकर मुजफ्फरनगर तक प्रदेशव्यापी सांप्रदायिक हिंसा होने के बाद उनकी खामोशी उनके वजूद पर ही सवाल उठाती है। उन्होंने कहा कि जातीय अस्मिता के नाम पर सदन पहुंचने वाले मुस्लिम, दलित, आदिवासी, पिछड़े विधायकों द्वारा इंसाफ के महत्वपूर्ण सवालों पर प्रश्न नहीं उठाया जाता, जो यह साबित करता हैं कि धर्म और जाति के नाम अपने कुर्सी पर बने रहने के लिए वे अपने-अपने समाज की भावनाओं का दोहन करते हैं।  

इरशाद इदरीशी, सैयद वसी, हाजी फहीम सिद्दीकी, लक्ष्मण प्रसाद, अनिल आजमी, मो0 आफाक ने कहा कि लखनऊ में चल रहे रिहाई मंच के जनअभियान में जनता का मिल रहा समर्थन यह साबित करता है कि जनता प्रदेश सरकार के इंसाफ विरोधी रवैए से त्रस्त है। वक्ताओं ने ‘हाशिमपुरा जनसंहार: इंसाफ विरोधी प्रदेश सरकार के खिलाफ’ 26 अप्रैल को होने वाले जनसम्मेलन में जनता से पहुंचने की अपील की।