इस्लामाबाद : यमन युद्ध के लिए फौज मुहैया कराने से इस्लामाबाद के इंकार पर खाड़ी देश के साथ रिश्ते में आये तनाव को कम करने के मकसद से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ कल सउदी अरब जाएंगे।

प्रधानमंत्री का एक दिवसीय दौरा उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ के दौरे के एक सप्ताह बाद हो रहा है। शाहबाज एक प्रतिनिधिमंडल के साथ रियाद गए थे लेकिन संबंधों में व्याप्त कड़वाहट को शायद दूर नहीं कर पाए। सउदी अरब ने यमन अभियान में गठबंधन बलों से जुड़ने के लिए पाकिस्तान को जमीनी फौज, लड़ाकू विमान और नौसैन्य पोत के साथ सैन्य सहयोग करने को कहा था।

बहरहाल, पाकिस्तानी संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव मंजूर किया जिसमें यमन में संघर्ष के दौरान निरपेक्ष रूख का आह्वान किया गया तथा इस कदम से सउदी के नेता और खफा हो गए। शरीफ के शाह सलमान से मुलाकात करने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक सलमान ने उनके भाई शरीफ से मिलने से मना कर दिया था।

दो माह से भी कम समय में शरीफ का सउदी अरब का यह दूसरा दौरा है। वह तीन मार्च को भी सउदी अरब गए थे। शरीफ ऐसे समय पर सउदी अरब जा रहे हैं जब सउदी अरब ने यमन में ‘ऑपरेशन डिसीसिव स्टॉर्म’ समाप्त करने तथा ‘ऑपरेशन होप’ के नाम से इसके अगले चरण की शुरूआत करने का ऐलान किया है।

इस बीच, पाकिस्तान ने यमन में संयुक्त हवाई अभियान बंद किए जाने का स्वागत करते हुए कहा है कि इस कदम से यमन में संकट का राजनीतिक समाधान तलाशने का रास्ता बनेगा।