लखनऊ : असमय बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बादी का सामना कर रहे किसानों की मदद के लिए बहुजन समाज पार्टी के सांसद और विधायक एक महीने का वेतन दें। यह राशि सरकार के जरिए देने की बजाय अपने अपने क्षेत्र के पीडित किसान परिवारों के बीच जाकर मुहैया कराएंगे।

बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को कहा, ‘चूंकि बेमौसम की लगातार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों का काफी बुरा हाल है। इस सदमे से उनकी मौत और आत्महत्या की खबरें लगातार आने के बावजूद केन्द्र और राज्य (उत्तर प्रदेश) सरकारें केवल कागजी खानापूर्ति, बनावटी और दिखावटी कार्यों में लगी हुई है।’

मायावती ने अपने सांसदों और विधायकों को निर्देश दिया कि वे सभी अपना एक महीने का वेतन सरकारी माध्यम से वितरित करने की बजाय अपने अपने क्षेत्र के पीडित किसान परिवारों में जाकर स्वयं तुरंत राहत के तौर पर राशि तत्काल उपलब्ध करायें।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘बसपा के राज्यसभा सांसद, विधानसभा, विधान परिषद के सदस्य..ये सभी लोग अपना एक महीने का वेतन अपने अपने क्षेत्रों के गरीब और कर्ज के बोझ से दबे किसानों के बीच तत्काल स्वयं ही वितरित करेंगे ताकि उन्हें तत्काल राहत मिल सके और केन्द्र एवं राज्य सरकारों की सहायता के अभाव में किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होने से रोका जा सके।’ मायावती ने बताया कि पीडित किसानों को समुचित मुआवजा देने की मांग को लेकर पार्टी देशव्यापी आंदोलन छेडेगी। इस आंदोलन के पहले चरण में उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 27 अप्रैल को एक दिन का विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।