नई दिल्ली। देश की अग्रणी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने शनिवार को नेट न्यूट्रेलिटी ( इंटरनेट निरपेक्षता) पर अपनी सफाई पेश की। अपने टोल फ्री प्लेटफॉर्म एयरटेल जीरो को लेकर कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत एवं दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने शनिवार को अपने सभी उपभोक्ताओं को ईमेल भेजा और दोहराया कि कंपनी इंटरनेट निरपेक्षता के पक्ष में है।

ईमेल संदेश में कहा गया, “हमारा उद्देश्य है कि इंटरनेट की पहुंच हर भारतीय नगरिक तक हो। लाखों भारतीय इंटरनेट को महंगा समझते हैं और उन्हें पता तक नहीं है कि इंटरनेट उनके लिए क्या कर सकता है। हमारा मानना है कि भारत के हर नागरिक को इंटरनेट पर होना चाहिए। हमें पता है कि यदि हम उन्हें इंटरनेट का लुत्फ दे पाए तो वे इस डिजिटल क्रांति का हिस्सा बन जाएंगे।”

नेट न्यूट्रेलिटी (निरपेक्षता) से आशय है कि सरकार और इंटरनेट सेवा प्रदाता हर तरह के डाटा के साथ एक जैसा व्यवहार करेंगे और अपने उपभोक्ता से विषयवस्तु, प्लेटफॉर्म, वेबसाइट, एप्लिकेशन या संचार के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यम के आधार पर अलग-अलग कीमत नहीं लेंगे।

ईमेल में विट्टल ने आगे लिखा है, “एयरटेल जीरो एक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म है, जो एप्लिकेशन प्रदाताओं को उनके उपयोगकर्ताओं से बिना किसी शुल्क के जोड़ता है। सभी वेबसाइट, कंटेंट या ऎप्लिकेशन के साथ उसके नेटवर्क पर समान बर्ताव किया जाएगा, बेशक वे टोल फ्री प्लेटफार्म पर हैं या नहीं। विट्टल ने कहा कि कंपनी के रूप में हम कि सी वेबसाइट को ब्लॉक नहीं करते हैं न ही उसे अलग रफ्तार की पेशकश करते हैं। हमने ऎसा कभी नहीं किया है और न ही ऎसा करेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा मानना है कि हम इस कारोबार में उपभोक्ताओं की ही वजह से हैं। उन्होंने कहा कि कुछ हलकों से जानकबूझकर लोगों को असमंजस में डालने का प्रयास किया जा रहा है।”