लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों के मध्य राज्य सरकार द्वारा अब तक 482 करोड़ रुपए की धनराशि का वितरण किया जा चुका है। यह वितरण 11 लाख 13 हजार किसानों के मध्य किया गया है। नवीनतम मानक के अनुसार 33 प्रतिशत या इससे अधिक क्षति के आधार पर अभी तक 64 जनपदों में क्षति की सूचना प्राप्त हुई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में अतिवृष्टि को आपदा घोषित किए जाने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कृषि क्षति के सापेक्ष प्रत्येक किसान को न्यूनतम 01 हजार 500 रुपए की धनराशि प्रदान की जाए।

यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राजस्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव द्वारा आज आपदा से प्रभावित सभी जनपदों के मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों के साथ प्रभावित किसानों को वितरित की जा रही सहायता के सम्बन्ध में वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान राजस्व मंत्री द्वारा मण्डलायुक्तों को कृषि फसल बीमा योजना के माध्यम से किसानों को बीमा क्लेम दिलाए जाने हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए गए। राजस्व मंत्री ने जिलाधिकारियों को प्रभावित/पीडि़त किसानों को अधिकारियों की टीम बनाकर त्वरित राहत वितरण करने के साथ-साथ राहत वितरण में विशेष सजगता एवं तत्परता बरतने के निर्देश भी दिए। 

प्रवक्ता ने कहा कि ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत वितरण किए जाने हेतु अब तक 1100 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि आवंटित की जा चुकी है। जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि प्रभावित किसानों को राहत वितरण में पूर्ण पारदर्शिता व सावधानी बरती जाए। यदि किसानों को राहत वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता पाई जाएगी, तो सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित किसानों के मुख्य देयों की वसूली स्थगित करने तथा वसूली हेतु किसी भी प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई न किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। शासन द्वारा आपदा के मद्देनजर बैंकों को किसानों द्वारा लिए गए कर्ज को रीशेड्यूल करने के निर्देश भी दिये गए हैं।