इंस्टेंट खबर ब्यूरो 

लखनऊ: ‘जनता परिवार’ के विलय के स्वरूप को लेकर समाजवादी पार्टी में अपने अस्तित्व को बरकरार रखने की उठ रही मांगों के बीच सपा तथा नवगठित दल के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज स्पष्ट किया कि सभी छह सहयोगी दलों ने उन्हें सर्वसम्मति ने अपना नेता चुना है लिहाजा नयी पार्टी की रूपरेखा तय करने में सभी घटक दलों की राय का सम्मान किया जाएगा।

सपा मुखिया ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती पर यहां पार्टी राज्य मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की मनमानी रोकने के लिये सपा, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटेड, जनता दल सेक्युलर, इंडियन नेशनल लोकदल तथा समाजवादी जनता पार्टी को मिलाकर ‘जनता परिवार’ बनाया गया है।

दिल्ली में परसों छह दलों को मिलाकर बनी नयी पार्टी के अध्यक्ष चुने गये यादव ने कहा, ‘हमने तय किया कि मनमानी रोकने के लिये अलग-थलग बैठने से काम नहीं चलेगा। हम सभी का मिलना कोई मामूली बात नहीं है। ना तो कोई मैनीपुलेशन (सौदेबाजी) हुआ और ना ही कोई और बात हुई, सबने मुझे नेता चुन लिया। जल्द ही संस्था का स्वरूप तय होगा और वह सभी की राय से बनेगी।’ उन्होंने कहा, ‘छह दलों के नेताओं ने मुझ पर विश्वास किया है तो उन सबका सम्मान भी करना होगा। लड़ाई समाजवादियों और भाजपा के बीच है।’’ सपा मुखिया ने यह टिप्पणी प्रदेश के खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह के अनुरोध और मांग के बाद की।

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने समाजवादी साथी रहे पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के व्यक्तित्व और कृतित्व का जिक्र करते हुए कहा कि देश के सबसे सादे नेताओं में वह अग्रणी थे। ऐसे लोगों से प्रेरणा लेकर ही कोई बड़ा नेता बन सकता है। यादव ने कहा कि चंद्रशेखर ने हमेशा मूल्यों और उसूलों की राजनीति की और उनके लिये प्रधानमंत्री पद तक छोड़ दिया।

प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने इस मौके पर कहा कि आज समाजवादी परिवार एक हो रहा है और समाजवादी जब भी एकजुट हुए हैं तो उन्होंने दिल्ली की गद्दी पर कब्जा किया है। समाजवादी आंदोलन से ही देश तरक्की कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को महान समाजवादी नेता चन्द्रशेखर की जयंती पर देश की सत्ता पर काबिज होकर समाजवादी व्यवस्था लागू करने का संकल्प लेना चाहिये।