हनोवर मेले में मुख्यमंत्री ने जर्मन उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए किया आमंत्रित

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जर्मनी के उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश करने वाले उद्योगपतियों व उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

मुख्यमंत्री आज जर्मनी के हनोवर तकनीकी एवं इंजीनियरिंग मेले में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे थे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ हनोवर मेले में शिरकत कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने उत्तर प्रदेश के पैवेलियन का अवलोकन भी किया।

राज्य में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास की अनेक परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री यादव ने कहा कि जर्मनी सहित तमाम देश के निवेशकों के लिए उत्तर प्रदेश में अपनी कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाने की असीम सम्भावनाएं हैं। राज्य में निवेश को सुगम बनाने के मकसद से अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति के साथ-साथ अन्य नीतियों को लागू किया गया है। प्रदेश में प्राकृतिक एवं दक्ष मानव संसाधन की कोई कमी नहीं है। निवेशक आॅनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं और क्लीयरेन्स भी हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा बाजार भी है। इसके दृष्टिगत आॅटोमोबाइल सेक्टर के लिए यहां विकास के अनेक अवसर मौजूद हैं। उन्होंने जर्मनी के आॅटोमोबाइल निर्माताओं को प्रदेश के विकास में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का सबसे लम्बा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन है, जिसके आस-पास खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की जाएगी। इलेक्ट्राॅनिक उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में 100-100 एकड़ भूमि पर इलेक्ट्राॅनिक मैन्युफक्चुरिंग क्लस्टर विकसित कर रही है। इसी प्रकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी प्रदेश सरकार गम्भीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्राॅनिक्स, आॅटोमोबाइल सेक्टर तथा सौर ऊर्जा से जुड़ी जर्मन कम्पनियांे के लिए उत्तर प्रदेश एक अच्छा गंतव्य साबित होगा।

इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री  अभिषेक मिश्रा, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास महेश गुप्ता भी मौजूद थे।