मुंबई: महाराष्ट्र की बांद्रा (पूर्वी) विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में नारायण राणे की हार के बाद जुबानी जंग में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि चुनाव ने दिखाया है कि ‘‘किसी को हमसे भिड़ना नहीं चाहिए’’, इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें उनके राजनीतिक करियर पर किसी की सलाह नहीं चाहिए।

उद्धव ने कहा, ‘‘चुनाव ने एक बार फिर दिखाया है कि शिवसेना टाइगर है और हमसे भिड़ने की कोशिश किसी को नहीं करनी चाहिए। यह जीत हमारे लिए वोट करने वालों और हमारे वफादार पार्टी कार्यकर्ताओं की है। अब हम वे सारे वादे पूरे कर सकेंगे जो (दिवंगत शिवसेना नेता) बाला सावंत ने इस क्षेत्र की जनता से किए थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिमों ने बड़ी संख्या में हमें वोट कर (एमआईएम नेता असदुद्दीन) ओवैसी को जवाब दे दिया है। एमआईएम को उसकी जगह दिखा दी गई है।’’ दूसरी ओर, राणे ने कहा कि वह अपनी हार की सारी जिम्मेदारी लेते हैं और उनकी पार्टी ने उन्हें हरसंभव मदद देने की कोशिश की।

राणे ने कहा, ‘‘मैं इस हार के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराता। यदि जिम्मेदारी लेने की बात है तो मैं पूरी जिम्मेदारी लूंगा। हार-जीत तो चुनाव का हिस्सा है। मैं पहली बार नहीं हारा हूं। मैं 45 साल से राजनीति में हूं। मुझे लोगों से सीखने की जरूरत नहीं है कि मुझे अपने राजनीतिक करियर में आगे क्या करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने सहानुभूति के आधार पर वोट किया, विकास के लिए नहीं। मैं इसे स्वीकार करता हूं। लोग जिस हालत में हैं, यदि उसी हालत में रहना चाहते हैं और उन्हें विकास की जरूरत नहीं है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।’’

राणे ने कहा, ‘‘यह चौंकाने वाली बात है कि अपने उम्मीदवारों से पैसे लेने वाले वफादारी की बात कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सबका शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मेरे लिए वोट किया। मैं एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अबु आजमी एवं ऐसे और लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने चुनाव में मेरी मदद की।’’