लखनऊ:हर क्षेत्र में निगाह रखे हुए है, हर ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकताओं में एक है। 10 जनपदों- गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, गाजीपुर, बलिया, इलाहाबाद, सोनभद्र, बहराइच तथा गोण्डा में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, उ0प्र0 द्वारा विश्व बैंक सहायतित ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता विषयक ‘‘नीर निर्मल परियोजना’’ संचालित की जा रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को विकेन्द्रीकृत आधार पर शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल तथा स्वच्छता सेवायें उपलब्ध कराना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए इन जनपदों के चयनित ग्राम पंचायतों में निर्मित होने वाली पेयजल योजनाओं में ग्रामीण समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित कराना, मांग आधारित रणनीति, परियोजना गठन, संचालन व रख-रखाव में समुदाय के योगदान एवं परियोजना के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर विशेष बल दिया जाना है। 

यह बात प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरविंद कुमार सिंह ‘गोप‘ ने आज यहां बक्शी का तालाब स्थित दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान में ‘नीर निर्मल परियोजना‘ के तहत आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। 

श्री गोप ने कहा कि सेन्टर फार डेवलपमेन्ट एक्शन (सी0डी0ए0) द्वारा चयनित 10 जनपदों के विभिन्न स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन राज्य ग्राम्य विकास संस्थान मुख्यालय एवं चयनित जनपदों में स्थित क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थानों पर माह अप्रैल, 2015 के अन्तिम सप्ताह से प्रारम्भ किये जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सफल आयोजन हेतु संस्थान द्वारा टेªनिंग एक्शन प्लान तैयार किया गया है। गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण एवं समयशीलता को दृष्टिगत रखते हुए आच्छादित 10 जनपदों को 04 क्षेत्रों में विभाजित कर प्रशिक्षण संस्थानवार  रखा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यालय स्तर पर राज्य स्तरीय रिसोर्स टीम एवं क्षेत्र स्तरों पर प्रत्येक क्षेत्र हेतु क्षेत्रीय रिसोर्स टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में 04 रिसोर्स परसन चयनित किये गये हैं। 

राज्य मंत्री ने कहा कि चयनित रिसोर्स टीम के सदस्यों एवं सम्बंधित क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थानों के प्रशिक्षकों के लिए 10 दिवसीय ‘‘प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण’’ उत्तराखण्ड प्रशासनिक प्रशिक्षण अकादमी, नैनीताल में आयोजित किया जा चुका है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत परियोजना हेतु चयनित सपोर्ट आर्गेनाइजेशन के सदस्यों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम क्षेत्र स्तर पर दिनांक 21 अप्रैल, 2015 से प्रारम्भ किया जा रहा है। वर्ष 2015-16 में राज्य स्तर पर 2160 एवं क्षेत्र स्तर पर 6500 विभिन्न स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षित किया जायेगा।