बर्लिन : अपनी जर्मनी यात्रा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने मंगलवार को साझा बयान जारी किया। पीएम मोदी ने पाकिस्तान का बिना नाम लिए उस पर हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि जो सरकारें आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं, उनकी निगरानी करने और उन्हें अलग-थलग करने की जरूरत है।

पीएम मोदी ने मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद की सही परिभाषा तय करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की परंपरा शांति को समर्पित है। शांति के प्रयासों के लिए भारत की बार-बार प्रशंसा होती है। भारत के साथ न्याय होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता देने में काफी देर हो चुकी है।’

मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ एक सुर में बोलने की जरूरत है। आतंकवाद मानवता के लिए एक बड़ा खतरा है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’

पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने अपने संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया है और दोनों देश अपने रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि जर्मनी के साथ उनकी अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा हुई। मोदी ने कहा कि भारत का शेर और जर्मनी का बाज अच्छे साथी साबित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को तकनीक सहित कई क्षेत्रों में जर्मनी के साथ की आवश्यकता है।

पीएम ने कहा, ‘भारत में व्यापार के लिए हम जर्मनी के लिए एक अलग प्रक्रिया अपनाएंगे। कौशल विकास में जर्मनी दुनिया में अग्रणी माना जाता है। जर्मनी से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में हम अपना सहयोग और बढ़ाएंगे। भारत और जर्मनी जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटेंगे। स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में जर्मनी से भारत बहुत कुछ सीख सकता है।’ दोनों देश में रिन्यूबल एनर्जी के क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे।