हैदराबाद : मुसलमानों को मतदान का अधिकार समाप्त करने की शिवसेना सांसद संजय राउत की मांग पर प्रहार करते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन औवैसी ने सोमवार को कहा कि भाजपा इस बयान से खुद को अलग नहीं कर सकती। उन्होंने उससे कार्रवाई करने की मांग की।

ओवैसी ने कहा, ‘अगर मुसलमानों को छोड़ भी दें, तब भी उन्हें किसी भारतीय का मताधिकार समाप्त करने की मांग करने का कोई अधिकार नहीं है।’ हैदराबाद के सांसद ने जानना चाहा, ‘हिन्दुत्ववादी ताकतों के असल एजेंडे का अब पर्दाफाश हो गया है। उनकी विचारधारा घृणा को बढ़ावा देने की है। शिवसेना केवल भाजपा की सहयोगी ही नहीं है बल्कि वे सत्ता में साझेदार भी है। अब क्या सत्तारूढ़ पार्टी (भाजपा) समान विचार रखती है ? उन्होंने कहा कि वे इसे किसी का निजी विचार बताकर अपने आप को अलग नहीं कर सकते हैं और वे (राउत) कट्टरपंथी तत्व हैं। उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। यह ऐसे समय में है तब प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) संयुक्त राष्ट्र के मंच (विदेश यात्रा के दौरान) से बोल रहे होते हैं तब उनके सहयोगी इस तरह की बात करते हैं।

ओवैसी ने कहा कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में उसके संपादक राउत के बयान से केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला और मुख्तार अब्बास नकवी को शर्मिंदगी उठानी पडी है क्योंकि अगर राउत की दलील के अनुरूप काम हो तब इन दोनों के मतदान के अधिकार समाप्त हो जायेंगे।