लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के राजकीय  एलौपेथिक मेडिकल कालेज आगरा, सहरानपुर, जालौन अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, इलाहाबाद, कन्नौज, मेरठ, झांसी एवं गोरखपुर में रिक्त आचार्य, सह-आचार्य, सहायक आचार्य तथा प्रवक्ता के 30 पदों पर संविदा पर तैनाती कर दी है।

यह जानकारी प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आर.पी. सिंह ने देते हुए बताया कि मेडिकल कालेज आगरा में डा0 प्रवीण कुमार अग्रवाल को सह-आचार्य फार्मोकोलाॅजी के पद पर तथा डा0 अविनाश कुमार, डा0 आशुतोष, डा0 अंकिता चैहान एवं डा0 नीतू चैहान को प्रवक्ता के पद पर तैनात किया गया है। मेडिकल कालेज सहारनुर में सह-आचार्य फिजियोंलोजी के पद पर डा0 गुल आर0 नवी खान को एवं सह-आचार्य बायोकेमेस्ट्रिी के पद पर डा0 देवाजीत शरमाह को तथा श्री योगेश सिंह को प्रवक्ता के पद पर संविदा पर तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज जालौन में सह आचार्य सर्जरी के पद पर डा0 राज कुमार एवं डा0 विमल कुमार शुक्ला को सह-आचार्य मेडिसिन तथा डा0 नंदिता शर्मा, डा0 ज्योति कुमार गुप्ता, डा0 छवि जायसवाल एवं डा0 गणेश शंकर को प्रवक्ता के पद पर तैनात किया गया है। मेडिकल कालेज आजमगढ़ में डा0 सुरेश सिंह को एनेस्थीसियोलाजी सह-आचार्य एवं डा0 बजरंग सिंह को प्रवक्ता के पद पर तैनात किया गया है।  मेडिकल कालेज इलाहाबाद में डा0 वीना गुप्ता को आचार्य आब्स एण्ड गायनी एवं डा0 अहमद नाजमी को सह-आचार्य फार्मकोलाजी के पद पर, डा0 विन्ध्यावासनी प्रासाद पाण्डेय को फीजिस्ट प्रवक्ता व डा0 मो0 फहीमुद्दीन को प्रवक्ता ब्लडबैंक के पद पर तैनात किया गया है।

श्री सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज कन्नौज में डा0 पराग अग्रवाल को सह आचार्य एनेस्थीसियोलोजी एवं डा0 पंकज कुमार सचान को प्रवक्ता के पद पर तैनात किया गया है। मेडिकल कालेज  मेरठ में डा0 भगवत सिहं को आचार्य, डा0 विनीता कुशवाहा को सह आचार्य, डा0 अंजू दिनकर एवं डा0 संगीता वरून को प्रवक्ता के पद पर संविदा पर तैनाती दी गई है। मेडिकल कालेज झांसी में डा0 सचित्र सचान को प्रवक्ता के पद पर, मेडिकल कालेज गोरखपुर में डा0 संदीप मालवीय को प्रवक्ता कार्डियोलाजी के पद पर तथा मेडिकल कालेज अम्बेडकर नगर में डा0 फैजुर्रहमान को पीडियाट्रिक्स सहायक आचार्य एवं डा0 अभिषेक चन्द्रा को टी0वी0 एण्ड चेस्ट सहायक आचार्य के पद पर तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि 10 मेडिकल कालेजों में आचार्य, सह आचार्य, सहायक आचार्य एवं प्रवक्ताओं की तैनाती से वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्रों को और बेहतर चिकित्सा शिक्षा मिल सकेगी।