नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नये ग्राहकों के लिये आवास ऋण में 0.25 प्रतिशत तक की आज कटौती की घोषणा की। प्रतिद्वंद्वी बैंक एचडीएफसी लि. के कदम के बाद बैंक ने यह घोषणा की है।

आवास ऋण पर ब्याज दर में कटौती 10 अप्रैल से आधार दर में की गयी 0.15 प्रतिशत की कटौती की तुलना में अधिक है। नई दरें कल से प्रभावी होंगी। बैंक ने बयान में कहा कि आवास ऋण लेने वाली महिला ग्राहकों के लिए अब ब्याज दर 9.85 प्रतिशत होगी। कटौती से पहले यह दर 10.1 प्रतिशत थी। अन्य कर्जदारों के लिये आवास ऋण पर नई दर 9.9 प्रतिशत रखी गयी है जो पहले 10.15 प्रतिशत थी।

इससे दो दिन पहले मकान के बदले कर्ज देने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी एचडीएफसी लि. ने अपने आवास ऋण पर ब्याज दर 0.2 प्रतिशत घटाकर 9.9 प्रतिशत कर दी थी। दिसंबर, 2014 की स्थिति के अनुसार एसबीआई ने 1,52,905 करोड़ रुपये का आवास ऋण दे रखा था जबकि इससे पूर्व वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का आवास ऋण 1,35,129 करोड़ रुपये था। वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी ने पिछले साल के अंत तक 2,19,951 करोड़ रुपये का कर्ज दे रखा था जबकि 31 दिसंबर 2013 को यह 1,92,284 करोड़ रुपये था।

एसबीआई ने कहा, महिला ग्राहकों के लिए ‘हर घर’ के तहत आवास ऋण पर ब्याज दर 10.10 प्रतिशत व अन्य के लिए 10.15 प्रतिशत थी। बैंक ने आधार दर कम कर 9.85 प्रतिशत कर दी।

एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक जे लक्ष्मी ने कहा, हमने नये कर्ज लेने वालों के लिये ब्याज दर में (आधार दर में की गयी 0.15 की कटौती के अतिरिक्त) 0.10 प्रतिशत की कटौती का निर्णय किया है। इसमें कहा गया है कि इस लाभ को लेने के लिए महिला ग्राहक एकमात्र आवदेक या पहली सह आवेदक और संपत्ति की एकमात्र या पहली सह स्वामी होनी चाहिए। एसबीआई के मौजूदा फ्लोटिंग रेट आवास ऋण ग्राहकों के लिए भी ब्याज दर को बैंक की आधार दर 9.85 प्रतिशत के अनुरूप कम किया गया है। यह दर 10 अप्रैल से प्रभावी होगी।

एसबीआई ने कहा कि 30 साल तक के आवास ऋण के लिए प्रति लाख ईएमआई महिलाओं के लिए हर घर के तहत 867 रुपये मासिक होगी। अन्य के लिए यह 871 रुपये मासिक होगी। पहले यह 885 और 889 रुपये थी।