शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति निष्पक्ष सर्वे की माॅग दोहराई 

लखनऊ: इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने वक्फ बोर्ड की समस्याओं को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखा ।मौलाना ने अपने पहले पत्र में जो 8 अप्रैल को लिखा गया था उनकी त्वरित ध्यान के लिए धन्यवाद भी अदा किया और लिखा कि शिया वक्फ बोर्ड की ओर से दो चार अखबारों में यह खबर दी गई है कि जिन वक्फ की आय एक लाख रुपये सालाना है वह एक सप्ताह के भीतर अपने तीन साल का हिसाब प्रस्तुत करें ताकि उन्हें मतदाता सूची में शामिल किया जा सके ।

मौलाना ने मुलायम सिंह यादव को लिखा कि पहला मुद्दा यह है कि पूरे उत्तर प्रदेश के गांवों गांवों तक वक्फ फैले हुए हैं जहाँ तक यह समाचार पत्र नहीं पहुंच पाते हैं । दूसरी  समस्या यह है कि तीन साल का हिसाब प्रस्तुत करने के लिए समय बहुत कम दिया गया और तीसरी बड़ी सच्चाई यह है कि कई बड़े वक्फ  ऐसे भी हैं जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक है लेकिन मतुव्वल्लीयों, बोर्ड के कर्मचारियों और कुछ बोर्ड के बेईमान सदस्यों की मिलीभगत से आय कम दिखाई जाती है और आपस में हिस्से बांट लिए जाते हैं इसका एक सबूत मेरे अपने  मुहल्ले में स्थित वक्फ मीर बाकर सौदागर है जिसकी लगभग 50 दुकानें और मकान हैं और 45 बीघा जमीन कानपुर रोड पर है मगर आय कुल तीन हजार रुपये जताई जाती है ।

मौलाना ने पत्र में लिखा कि इन्हीं कारणों और भ्रष्टाचार को देखते हुए शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति का निष्पक्ष सर्वेक्षण किसी बड़े ईमानदार अधिकारी या न्यायाधीश से कराना अत्यंत आवश्यक है। और वक्फ बोर्ड द्वारा अखबारों में आई खबर बिल्कुल धोखा है ।मोलाना ने लिखा के में कई सालों से इस सर्वेक्षण की मांग कर रहा हों मगर उसे अन्न सुना किया जा रहा है । मौलाना जल्द ही इस संबंध में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात भी करेंगे ।मोलाना ने पहले पत्र पर कार्रवाई की तरह इस पत्र पर भी कार्रवाई की उम्मीद जताई है।