फर्रुखाबाद: सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और अराजकता के इस ज़माने में इमानदारी और कर्तव्यपरायणता से अपनी ड्यूटी निभाना लगातार एक दुरूह कार्य बनता चला जा रहा है|

ताज़ा मामला फर्रुखाबाद जिले का है जहाँ एक महिला को सरकारी ड्यूटी करने से पूर्व निर्धारित प्रक्रिया अपनाने के बावजूद दबंगो द्वारा अपमानित होना पड़ रहा है और सम्बंधित अधिकारियों से बार शिकायत के बावजूद उनकी शिकायतों को अनसुना किया जा रहा है |

मामला कुछ इस प्रकार है कि डा.नीतू सिंहं तोमर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा पोस्ट डाक्टोरल फेलो पर नियुक्ति हुई | उन्होंने  निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने के उपरान्त निर्धारित सरकारी ड्यूटी फर्रूखाबाद जिले में शुरू की । श्रीमती नीतू सेंगर ने अपनी सरकारी ड्यूटी फरूर्खाबाद में प्रारंभ करने से पूर्व फर्रूखाबाद के जिलाधिकारी एन.के.एस.चौहान से 09 फरवरी 2015 को भेंटकर एवं एक पत्र देकर तथा अपनी नियुक्ति संबंधी समस्त प्रपत्र दिखाकर सहयोग मांगा| जिलाधिकरी ने  प्रस्तुत पत्र पर निर्देश लिखकर जिला समाज कल्याण अधिकारी को जारी कर उन्हें उनके पास पत्र सहित भेजा था परंतु समाज कल्याण अधिकारी ने सहयोग करने के बजाये  निर्धारित कार्यवाही की पूरी तरह उपेक्षा की|  बहरहाल नीतू सेंगर ने  जिले के प्रमुख विभागों के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर व भेंटकर अपनी सरकारी निर्धारित ड्यूटी का काम शुरू किया और  जिले के गांवों में जाकर गरीब जनता की समस्याएं सुनीं।

श्रीमती नीतू सेंगर के अनुसार एक दिन जब वह  खानपुर गांव के लोगों की समस्यायें सुन रहीं थी तो दोपहर के समय  गांव के सिक्रेटरी ने अराजक तत्वों और गांव के प्रधान अजय को साथ लेकर अनर्गल बातें कर बवाल करने का प्रयास किया एवं बढ़पुर के बी.डी.ओ. एवं सी.डी.ओ से फोन पर बात कराकर मुझे सी.डी.ओ.आफिस जाने को कहा। श्रीमती नीतू सेंगर ने  सी.डी.ओ. के पास जाकर प्रपत्र दिखाए, समाज कल्याण अधिकारी को बुलाकर कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो वह इधर-उधर की बातें करने लगे| श्रीमती नीतू सेंगर इस घटना के बारे में  सी.डी.ओ. सहित जिले के प्रमुख अधिकारियों को पत्र लिखकर दिया।

श्रीमती नीतू सेंगर ने बताया कि ऐसे ही 10 अप्रैल .2015 को जब वह  अपने पति को साथ लेकर पपियापुर गांव गई तथा गरीबों की समस्याएं सुननी प्रारम्भ की तो वहां  गांव के प्रधान ने मुझे रोक लिया और अराजक तत्वो सहित बढ़पुर के बी.डी.ओं.को बुलाकर भरे समाज में मुझ पर गलत आरोप लगाकर एवं गंदी-गंदी बाते बोलकर मुझे व मेरे पति को बुरी तरह अपमानित कियाऔर उसके बाद अभद्रता करते हुए उन्हें व उनके पति को अपनी गाड़ी में जबरदस्ती बिठाकर जिलाधिकारी के आवास पर ले गए। 

श्रीमती नीतू सेंगर के अनुसार वहां मौजूद सी.डी.ओ.,बी.डी.ओ.,समाज कल्याण अधिकारी ने अपने तेवर दिखाते हुए मुझे न बोलने हेतु दबाव बनाया एवं गांव प्रधान विजाधरपुर व प्रधान खानपुर सहित अनेक दबंगों ने मुझ पर असत्य आरोप लगाकर जिलाधिकारी पर दबाव बनाया एवं जिलाधिकारी ने मेरी बात सुने बिना मुझे व मेरे पति को जेल में डालने की धमकी देकर फर्रूखाबाद से भाग जाने हेतु कहा|

श्रीमती नीतू सेंगर ने प्रदेश के राज्यपाल और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी और उनसे अनुरोध किया कि सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले दबंग लोगों की दबंगई एवं अराजकता से उन्हें मुक्ति दिलाई जाए ताकि वह इमानदारी से अपने कर्त्तव्य का निर्वाह कर सकें|