आगरा। नकली आईएएस, नकली आईपीएस, नकली अफसर तो आपने खूब सुने-पढ़े होंगे, लेकिन क्या आपने कभी नकली कैदी के बारे में सुना है। एटा में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक शख्स खुद को कुख्यात बदमाश बताकर जेल पहुंच गया।

एटा में एक शख्स ने खुद को वांटेड अपराधी एहसान बताते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लेकिन जल्द ही पता चला कि वह एहसान नहीं कोई और है और उसके बदले जेल में गया था।

ये शख्स था दैनिक मजदूरी करने वाला मियांजान। उसने हर रोज 300 रुपये के बदले एहसान की जगह जेल में रहना मंजूर कर लिया। जबकि मजदूरी करके वह एक दिन में डेढ़ सौ रुपये ही कमा सकता था।

मियांजान करीब तीन हफ्ते तक एहसान बनकर जेल में रहा। लेकिन उसकी पोल मंगलवार 7 अप्रैल को खुल गई जब उसकी बीवी उससे मिलने आई। इसी दिन कोर्ट में उसकी जमानत पर सुनवाई होनी थी। पत्नी ने खुलासा कर दिया कि उसका पति अपराधी नहीं है।