नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया की सबसे मशहूर आवाज़ के तौर पर जाने जाने वाले रिची बेनो का सिडनी में निधन हो गया। वह ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट के लीजेंड थे। वह 84 साल के थे और लंबे वक्त से कैंसर से जूझ रहे थे। इसके अलावा साल 2013 में घर के पास ही हुए एक कार एक्सीडेंट में घायल होने के बाद से उनकी सेहत ठीक नहीं रहा करती थी।

बेनो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के एक जोरदार ऑलराउंडर थे। साल 1964 में वह जब रिटायर हुए, तब लेग स्पिनर के तौर पर उनके 248 विकेट थे। टेस्ट क्रिकेट में 2000 से ज्यादा रन और 200 से ज्यादा विकेट का डबल कारनामा दिखाने वाले वह पहले क्रिकेटर थे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से उन्होंने 63 टेस्ट खेले और इनमें से 28 में कप्तानी की। बेनो अपनी कप्तानी में कोई टेस्ट सीरीज़ नहीं गंवाने वाले कप्तान साबित हुए।

हालांकि इसके बाद उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में सबसे बड़े कमेंटेटर और ब्रॉडकास्टर के तौर पर उभरे। पहले बीबीसी और फिर ऑस्ट्रेलियाई चैनल नाइन के क्रिकेट प्रसारण को बेहतर बनाने में उनका खासा योगदान रहा। उनकी पहचान दुनिया भर में सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट आवाज़ के तौर पर होती थी। साल 1997 के कैरी पैकर सीरीज़ के शुरू करने में भी उनकी भूमिका थी।

पिछले दो साल को अगर छोड़ दें, तो बेनो के बिना और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट सीजन एक दूसरे के पूरक थे। उनके निधन पर शोक जताते हुए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टॉनी एबट ने कहा, ‘हमारे देश ने एक आयकन खो दिया है।’

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने बेनो को एक शानदार कप्तान बताया। क्लार्क ने कहा, ‘वह एक शानदार क्रिकेटर और बेहतरीन कप्तान थे।’