बेंगलूरू। इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर(आरसीबी) पर विजय माल्या का मालिकाना हक नहीं रह गया है। टीम की नई मालिक ब्रिटेन की दिग्गज शराब कंपनी डियाजिओ है। आरसीबी की आईपीएल 2015 के लिए जारी की गई जर्सी से भी माल्या की कंपनी के ब्रांड रॉयल चैलेंजर्स, व्हीट एंड मैके और मैक्डॉवेलस की छुट्टी हो गई है।

दरअसल डियाजिओ ने माल्या की कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड में 55 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके चलते अब जर्सी पर माल्या की कंपनी की ओर से केवल किंगफिशर का ही विज्ञापन होगा। किंगफिशर यूनाइटेड ब्रूअरिज लिमिटेड के तहत आती है। इसके चलते अब माल्या टीम के केवल डायरेक्टर और चेयरमैन रह गए हैं और सहमालिक का उनका पद छिन गया है।

एक अंग्रेजी अखबार को डियाजिओ के एक अधिकारी ने बताया कि, यूएसएल में माल्या की हिस्सेदारी केवल पांच फीसदी है और उसमें से भी अधिकांश बैंकों के पास है। वे आरसीबी के चेयरमैन है और टीम के साथ जुड़े हुए हैं। टीम यूएसल से जुड़ी हुई है और माल्या का अब उस पर कोई मालिकाना हक नहीं है। हालांकि इस बारे में माल्या की ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया।